दिल्ली में गुंडागर्दी, प्रोटेक्शन मनी का विरोध करने पर युवक को पीट-पीटकर मार डाला
राष्ट्रीय राजधानी के ज्योति नगर में बदमाशों ने सोमवार को एक युवक को इस बात पर पीट-पीट कर दी क्योंकि उसने प्रोटेक्शन मनी वसूले जाने का विरोध किया था। घटना को अंजाम देने वाला घोषित बदमाश है। वह अभी भी फरार है जबकि उसके कुछ साथी पकड़े गए हैं।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर में बदमाशों ने सोमवार को एक युवक को इस बात पर पीट-पीट कर मार डाला क्योंकि उसने प्रोटेक्शन मनी का विरोध किया था। मंगलवार को उपचार के दौरान पीड़ित की मौत हो गई। मृतक की पहचान 32 वर्षीय सोनी कटारिया के रूप में हुई है। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद उसका शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। अन्य की तलाश की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त डॉ. जॉय टिर्की ने बताया कि सोनी ज्योति नगर स्थित अमर कॉलोनी में रहता था। इसके परिवार में माता-पिता और तीन भाई हैं। परिजनों ने बताया कि वह शिक्षा मंत्रालय में अस्थायी कर्मचारी के रूप में नौकरी कर रहा था। इसका एक दोस्त काले बी-ब्लॉक, अमर कालोनी स्थित गली संख्या दो में पार्किंग का काम करता है। एक सितंबर को काले के जन्मदिन के मौके पर उसने अपनी पार्किंग में ही एक पार्टी का आयोजन किया था, जिसमें सोनी व अनूप भी शामिल हुए थे।
पार्टी के दौरान तीनों शराब पी रहे थे कि तभी काले ने दोनों दोस्तों को बताया कि ज्योति नगर थाने का एक घोषित बदमाश धीरज शर्मा पार्किंग चलाने को लेकर उससे जबरन वसूली कर रहा है। इस पर सोनी ने बदमाश द्वारा कथित प्रोटेक्शन मनी वसूलने का विरोध किया और गुस्से में उसे गालियां देनी शुरू कर दी। थोड़ी ही देर बाद किसी तरह से यह बात धीरज और उसके साथी विवेक को पता चल गई।
आरोप है कि रात करीब 12.10 बजे धीरज, विवेक, सचिन, देवेश, अश्वनी और अरुण के साथ पार्किंग पर पहुंचा। यहां से अनूप और सोनी बाइक से घर लौट रहे थे। आरोपियों ने दोनों को वहीं पकड़ कर उनकी पिटाई शुरू कर दी। अनूप तो किसी तरह से वहां से बचकर भाग गया, लेकिन आरोपियों ने सोनी पर लाठी-डंडों व हथौड़े से हमला कर दिया।
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में सचिन, देवेश, अश्वनी और किन्नर अरुण ज्योत्सा शामिल है। इसके अलावा मुख्य आरोपी धीरज शर्मा और विवेक की तलाश जारी है। धीरज के खिलाफ अपहरण, आर्म्स एक्ट, लूट, हत्या के प्रयास के पांच मामले दर्ज हैं और वह ज्योति नगर थाने का घोषित अपराधी है। अरुण ने मुख्य आरोपी धीरज के साथ मिलकर वारदात की साजिश रची थी। वहीं, देवेश दर्जी है। अश्वनी स्नातक द्वितीय वर्ष का छात्र है। सचिन रिक्शाचालक है। ये सभी हमला करने में शामिल रहे।
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