लेफ्टिनेंट कर्नल बन महिला वकील से लाखों की ठगी, दिल्ली पुलिस ने दबोचा; ऐसे बनाया शिकार
दिल्ली पुलिस ने लेफ्टिनेंट कर्नल बनकर महिला वकील और उसके परिजनों से लाखों की ठगी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है। कैसे बनाया शिकार इस रिपोर्ट में जानें…

दिल्ली पुलिस ने लेफ्टिनेंट कर्नल बनकर ठगी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है। उस पर एक महिला वकील और उसके परिवार के सदस्यों के साथ ठगी करने का आरोप है। आरोपी ने पीड़ितों को धोखा देने के लिए भारतीय सेना के फर्जी दस्तावेज बनाए, लेफ्टिनेंट कर्नल की वर्दी पहनी और बैज का इस्तेमाल किया। गुलाबी बाग उत्तरी जिला पुलिस ने आरोपी के पास से शिकायतकर्ता का मोबाइल फोन (सैमसंग गैलेक्सी फोल्ड 6, लगभग 1.6 लाख रुपये कीमत) बरामद किया है। उसके पास से सेना की दो नकली रबर स्टैम्प बरामद की गई हैं। इन पर 'ब्रिगेडियर सुमित सिंह सेना मेडल' और 'एएमसी ट्रेनिंग सेंटर लखनऊ' लिखा हुआ है।
गुलाबी बाग की रहने वाली 30 साल की एक महिला वकील ने थाना गुलाबी बाग में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें उसने आरोप लगाया है कि वह तीस हजारी कोर्ट में अधिवक्ता के तौर पर प्रैक्टिस कर रही है। 24 जुलाई 2024 को कोर्ट से बाहर निकलते समय उसको एक शख्स मिला जिसने अपना नाम सुमित सिंह और खुद को भारतीय सेना का लेफ्टिनेंट कर्नल बताया। उसने अपना आईडी कार्ड दिखाया और सेना के एएफटी में सीधी भर्ती अभियान के बारे में बताया। उसने महिला का संपर्क नंबर मांगा, जो उसने दे दिया।
अगले दिन सुमित सिंह ने उससे संपर्क किया और एएफटी में उसके लिए सरकारी वकील की नौकरी दिलाने का वादा किया। उसने उससे दस्तावेज भेजने के लिए कहा जिसे पीड़िता ने भेजे। फिर उसने उससे फॉर्म फीस के तौर पर 2,680 रुपये देने को कहा जिसे पीड़िता ने पेटीएम के जरिए चुकाए। 29 जुलाई 2024 को उसने उसे व्हाट्सएप के जरिए एएफटी दिल्ली के लिए ज्वाइनिंग लेटर भेजा, जिसमें उसे 1 सितंबर 2024 को ज्वाइन करने को कहा। इस दौरान उसने महिला को शादी के लिए प्रपोज भी किया।
पहली अगस्त 2024 को आरोपी सुमित सिंह ने महिला से मेस खर्च के लिए 64,530 रुपये ट्रांसफर करने को कहा जिसे महिला ने अपने बैंक ऑफ बड़ौदा खाते से उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद कथित आरोपी ने उसके भाई मिलन कोहली को पीसीडीए में हेड क्लर्क की नौकरी दिलाने का वादा किया और उसके दस्तावेज मांगे। सुमित सिंह ने महिला से उसके भाई के किट और मेस खर्च के लिए 54,836 रुपये मांगे। उसने उसे यह भी बताया कि उसका मोबाइल फोन बम विस्फोट में नष्ट हो गया था इसलिए वह अपने पीए शहनवाज का फोन इस्तेमाल कर रहा है।
इस पर पीड़िता ने सैमसंग गैलेक्सी फोल्ड 6 नाम का एक नया मोबाइल फोन खरीदा और एक नया सिम कार्ड खरीद कर उसे दे दिया। सुमित सिंह ने उसे बताया कि उसके भाई का वेतन बढ़ा दिया गया है। उसे अपने खाते में 82 हजार रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा। आरोपी ने 25 अगस्त 2024 को उसे बताया कि उसके पिता का निधन हो गया है और अंतिम संस्कार के लिए 79,000 रुपये के सोने और चांदी के आभूषण मांगे। इसके बाद सुमित ने उसके पिता के लिए एक टेंडर दिलाने का वादा किया।
फिर पीड़िता ने पिता के खाते से 3,13,957 रुपये ट्रांसफर कर दिए। आरोपी सुमित ने 4 अक्टूबर 2024 को प्राइवेट कूरियर के जरिए पीड़िता के भाई को फर्जी जॉइनिंग लेटर भेजा। इस दौरान सुमित सिंह ने उस पर शादी करने का दबाव बनाया। उसने सोने की चेन, सोने की अंगूठी और कपड़े भी मांगे जो उसने 11,000 रुपये के साथ दिए। इसके बाद आरोपी ने पीड़िता के भाई की जॉइनिंग के लिए चीफ को 5 लाख रुपये डोनेशन के तौर पर मांगे, जिसका इन लोगों ने लोन लेकर किसी तरह इंतजाम किया।