
डर्टी बाबा चैतन्यानंद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत, कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से मांगा इन बातों का जवाब
संक्षेप: इससे पहले पांच दिन की पुलिस हिरासत पूरी होने पर शुक्रवार को पाखंडी बाबा चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में न्यायिक मजिस्ट्रेट अनिमेष कुमार के सामने पेश किया गया।
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने स्वयंभू बाबा और धर्मगुरू चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसके साथ ही अदालत ने डर्टी बाबा की तरफ से दायर तीन आवेदनों पर दिल्ली पुलिस से जवाब मांगा है। इन आवेदनों में बाबा के वकीलों ने जब्ती ज्ञापन और केस डायरी देने के साथ ही जेल में संन्यासी भोजन, संन्यासी वेश, दवाइयां और किताबें आदि उपलब्ध कराने की मांग की है, जिसके अब अदालत ने इस बारे में पुलिस से जवाब मांगा है।

इससे पहले पांच दिन की पुलिस हिरासत पूरी होने पर शुक्रवार को चैतन्यानंद को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में न्यायिक मजिस्ट्रेट अनिमेष कुमार के सामने पेश किया गया। चैतन्यानंद (62) को 28 सितंबर को आगरा से गिरफ्तार किया गया था और उस पर दिल्ली के एक निजी संस्थान में 17 छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।
उसके खिलाफ दर्ज FIR के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम दिल्ली स्थित प्रबंधन संस्थान का पूर्व अध्यक्ष सरस्वती कथित तौर पर छात्राओं को देर रात अपने क्वार्टर में आने के लिए मजबूर करता था और उन्हें अनुचित समय पर अनुचित संदेश भेजता था। वह कथित तौर पर अपने फोन के जरिए छात्राओं की गतिविधियों पर नजर रखता था।
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी ने कथित तौर पर विभिन्न नामों और विवरणों का इस्तेमाल करते हुए कई बैंक खाते खोले थे और उसके खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद 50 लाख रुपए से ज्यादा राशि भी निकाल ली थी।
कार्रवाई के दौरान पुलिस को उसके पास से फर्जी विजिटिंग कार्ड भी मिले थे, जिन पर उसने खुद को संयुक्त राष्ट्र और ब्रिक्स से जुड़ा हुआ दिखाया था। पुलिस ने चैतन्यानंद से जुड़े कई बैंक खातों और फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा आठ करोड़ रुपए जब्त कर लिए थे।





