दिल्ली कांग्रेस चीफ देवेंद्र यादव समेत 56 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया, क्या वजह?
पुलिसन ने कहा, वे प्रदर्शन कर रहे थे और इलाके के जवाहर चौक की ओर बढ़ रहे थे। हमने उन्हें हिरासत में लिया है क्योंकि उनके पास प्रदर्शन की परमिशन नहीं थी। उन्हें नजफगढ़ पुलिस स्टेशन ले जाया गया।

दिल्ली कांग्रेस चीफ देवेंद्र यादव और पार्टी के दूसरे कार्यकर्ताओं को वोट चोरी के खिलाफ प्रदर्शन करते समय दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में हिरासत में लिया गया। पुलिस ने कहा कि उन्होंने यादव समेत 56 लोगों को हिरासत में लिया है।
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने PTI को बताया, "वे प्रदर्शन कर रहे थे और इलाके के जवाहर चौक की ओर बढ़ रहे थे। हमने उन्हें हिरासत में लिया है क्योंकि उनके पास प्रदर्शन की परमिशन नहीं थी। उन्हें नजफगढ़ पुलिस स्टेशन ले जाया गया।"
कांग्रेस ने कहा, “हम वोट चोरी के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे। पुलिस और सरकार हमारा हौसला नहीं तोड़ पाएगी।” 7 अगस्त को, राहुल गांधी ने BJP और चुनाव आयोग के बीच "मिलीभगत" से चुनावों में "बड़े क्रिमिनल फ्रॉड" के बड़े दावे किए और पिछले साल कर्नाटक के एक चुनाव क्षेत्र में वोटर रोल के एनालिसिस का हवाला दिया।
गांधी के आरोप लगाने के तुरंत बाद, कर्नाटक और महाराष्ट्र के चीफ इलेक्शन ऑफिसर्स ने पूर्व कांग्रेस चीफ से वोटर लिस्ट में उन वोटर्स के नाम शेयर करने को कहा, जिनके बारे में उन्होंने दावा किया था कि वे “गलत” हैं। साथ ही, चुनाव अधिकारियों को इस मामले में “ज़रूरी कार्रवाई” शुरू करने के लिए एक साइन किया हुआ डिक्लेरेशन भी देने को कहा।
आपको बताते चलें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर वोट चोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित कर लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। राहुल गांधी ने दावा किया कि मतदाता सूची में हेरफेर और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से विपक्षी दलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि जब तक वोट की चोरी बंद नहीं होती, तब तक लोकतंत्र सुरक्षित नहीं रह सकता। भाजपा ने राहुल के आरोपों को निराधार और राजनीतिक स्टंट करार दिया है।





