दिल्ली चुनाव: पहली बार महिलाओं ने मारी बाजी, पुरुषों से ज्यादा किया मतदान; 40 विधानसभा में 5% रहा अंतर
Delhi Chunav: दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए पांच फरवरी को मतदान हुए। आज आठ बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। पहली बार दिल्ली में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा संख्या में वोट डाले हैं। राजधानी में कुल पंजीकृत महिला मतदाताओं (72.37 लाख) में से 60.92 प्रतिशत ने मतदान किया

Delhi Chunav: दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए पांच फरवरी को मतदान हुए। आज आठ बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। पहली बार दिल्ली में महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा संख्या में वोट डाले हैं। राजधानी में कुल पंजीकृत महिला मतदाताओं (72.37 लाख) में से 60.92 प्रतिशत ने मतदान किया, जबकि पुरुषों ने 60.21 फीसदी मतदान किया। मतदाताओं में अपनी हिस्सेदारी की तुलना में मतदान करने वाली महिलाओं का प्रतिशत पिछले कुछ सालों से बढ़ रहा है और 2020 के चुनावों में यह लगभग पुरुषों के बराबर रहा।
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटे हैं। आप, भाजपा और कांग्रेस द्वारा मैदान में उतारे गए 210 उम्मीदवारों में से केवल 25 महिलाएं हैं। दिल्ली के मतदाताओं में 46 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं। शुक्रवार को भारत के चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 40 निर्वाचन क्षेत्रों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों की तुलना में अधिक था।
भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को जो डाटा जारी किया है उसके अनुसार, 40 विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों की तुलना में ज्यादा रहा। इसमें दक्षिण, दक्षिण-पूर्व, मध्य, उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के कई निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं। सबसे बड़ा अंतर, 5 प्रतिशत से ज्यादा, ओखला में देखा गया, जहां पंजीकृत महिला मतदाताओं में से 58.2 प्रतिशत ने अपने मताधिकार काइस्तेमाल किया। जबकि पुरुष मतदाताओं में से 52.5 फीसदी ने मतदान किया।
बदरपुर, तुगलकाबाद, कालकाजी और संगम विहार निर्वाचन क्षेत्रों में महिला मतदाताओं ने पुरुषों के मुकाबले कम से कम तीन प्रतिशत से ज्यादा वोट डाले। यह तीनों सीटें वर्तमान में आम आदमी पार्टी (आप) के कब्जे में हैं। ग्रेटर कैलाश और विश्वास नगर विधानसभा में महिलाओं और पुरुषों का मतदान प्रतिशत सामान था। 1993 में विधानसभा की बहाली के बाद से दिल्ली की कमान अबतक तीन महिला मुख्यमंत्री के हाथ में रही है। जिसमें भाजपा की सुषमा स्वराज (1998), कांग्रेस की शीला दीक्षित (1998-2013) और आप की आतिशी (सितंबर 2024 से अब तक) शामिल हैं।
महाराष्ट्र, झारखंड और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों की तरह ही आम आदमी पार्टी के चुनाव अभियान की शुरुआत इस घोषणा से हुई कि अगर आप सत्ता में वापस आती है तो टैक्स नहीं देने वाली महिलाओं को 2,100 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा, जो पार्टी की सबसे लोकप्रिय योजनाओं में से एक है, भी इसके चुनाव अभियान का हिस्सा थी।