Hindi Newsएनसीआर न्यूज़delhi 10 roads are accident prone 1432 people died in 2023 traffic police report

दिल्ली की इन 10 सड़कों से गुजरने वाले सावधान, सबसे ज्यादा होते हैं एक्सीडेंट; 2023 में 1432 की मौत

Delhi Roads: दिल्ली यातायात पुलिस ने बुधवार को वर्ष 2023 में राजधानी में सड़क हादसों को लेकर रिपोर्ट जारी की। इसमें हादसों के लिहाज से पहली बार दस खतरनाक सड़कें चिह्नित की गई हैं। 2023 में 1432 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई।

Sneha Baluni हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 31 Oct 2024 03:04 AM
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दिल्ली यातायात पुलिस ने बुधवार को वर्ष 2023 में राजधानी में सड़क हादसों को लेकर रिपोर्ट जारी की। इसमें हादसों के लिहाज से पहली बार दस खतरनाक सड़कें चिह्नित की गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, खतरनाक सड़कों में एनएच-58 (दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे), रोड नंबर-56, कंझावला रोड, एनएच-24, पटेल रोड, पंखा रोड, विकास मार्ग, बवाना रोड, नरेला रोड, रिंग रोड शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि 2023 में 1432 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई, जिसमें सबसे अधिक 43 राहगीर हैं।

सड़क हादसों में मरने वालों में दूसरे नंबर पर दोपहिया चालक हैं, जिनकी संख्या 38 फीसदी है। विशेष आयुक्त (ट्रैफिक) अजय चौधरी ने रिपोर्ट साझा करते हुए कहा, सड़क हादसों में बीते एक दशक में 20 की कमी आई। वाहनों की तेज गति को लेकर 30 लाख से अधिक को नोटिस जारी किए गए हैं। आंकड़े बताते हैं कि सड़कें चौड़ी हुई हैं। वाहनों की गति बढ़ी है, लेकिन राहगीरों की जान का खतरा बढ़ा है।

वर्ष 2023 में 455 राहगीरों को चार पहिया चालकों ने जबकि 924 राहगीरों को अज्ञात वाहनों ने टक्कर मारी। कोविड के बाद सख्ती का असर है कि 2022 में शराब पीकर वाहन चलाने वाले 2,255 लोगों का चालान हुआ था, वहीं 2023 में बढ़कर 15,972 हो गया। चालान की संख्या 2023 में 6.39 लाख तक पहुंच गई जो कि 2022 में 4.38 लाख ही थी।

ब्लैक स्पॉट भी बताए

आईएसबीटी कश्मीरी गेट, मुबरका चौक, लिबासपुर बस स्टैंड, कश्मीरी गेट चौक, बुराड़ी चौक, ब्रिटानिया चौक, भलस्वा चौक, वरीजरपुर डिपो, मोरी गेट, गांधी विहार बस स्टैंड।

साइकिल सवारों का प्रतिशत हुआ कम

सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले साइकिल चालकों का प्रतिशत पिछले 15 सालों में धीरे-धीरे कम हुआ है। यह 2007 में 5.05 प्रतिशत से 2023 में 2.06 फीसदी हो गया है। वहीं सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों की संख्या 2022 में 1,264 से घटकर 2023 में 1,257 हो गई है। पुलिस ने कहा, 'इस कमी का श्रेय एनफोर्समेंट एफर्ट में वृद्धि को दिया जा सकता है, जिसमें प्रिकॉशन की संख्या 4,38,052 से बढ़कर 6,39,097 हो गई है।'

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