
DDA ने कठपुतली कॉलोनी का नाम बदलकर रखा प्रगति अपार्टमेंट, कब तक तैयार होगा पहला फेज
संक्षेप: दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने कठपुतली कॉलोनी का नाम बदलकर प्रगति अपार्टमेंट कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि पुनर्विकसित झुग्गी पुनर्वास कॉलोनी का पहला चरण इस वर्ष के अंत तक कब्जे के लिए तैयार हो जाएगा।
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने कठपुतली कॉलोनी का नाम बदलकर प्रगति अपार्टमेंट कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि पुनर्विकसित झुग्गी पुनर्वास कॉलोनी का पहला चरण इस वर्ष के अंत तक कब्जे के लिए तैयार हो जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि यह परियोजना रफ्तार पकड़ ली है और कुछ टावरों का काम पूरा जल्द होने वाला है, जिनमें 2800 फ्लैट होंगे। इनमें से सभी का साइज लगभग 30.5 वर्गमीटर होगा। 5.2 हेक्टेयर (52,000 वर्ग मीटर) में फैले इस लेआउट में 34,320 वर्गमीटर एरिया ईडब्ल्यूएस फ्लैट, 9,700 वर्गमीटर एरिया आवास और 8,140 वर्गमीटर कॉमर्शियल डेवलपमेंट के लिए निर्धारित किया गया है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, डीडीए के एक अधिकारी ने बताया, "हमें उम्मीद है कि पहले चरण के मकानों का आवंटन साल के अंत तक हो जाएगा, क्योंकि अधिकांश निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। 'प्रगति' नाम का अर्थ है विकास और इस क्षेत्र के लिए यह नाम इसलिए अपनाया गया है ताकि इसकी पहचान झुग्गी-झोपड़ियों से अलग हो, जो आमतौर पर विकास के अभाव और अस्वच्छ स्थिति से जुड़ी है।''
15 मंजिल वाले 10 टावर बनेंगे
रीडेवलप्ड परिसर में 10 टावर होंगे, जिनमें से प्रत्येक में 15 मंजिलें होंगी। कॉलोनी में एक हैरिटेज/एग्जिबिशन म्यूजिम, कौशल कला विकास केंद्र, मल्टीपर्पज हॉल, बस्ती विकास केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, शिशु वाटिका (नर्सरी), एम्फीथिएटर, खुदरा सामान की दुकानें, पुलिस चौकी, धार्मिक स्थल, स्कूल परिसर, विक्रय केंद्र/वीकली मार्केट, आर्ट एंड क्राफ्ट एग्जिबिशन एरिया, चिल्ड्रन पार्क और विवाह समारोहों के लिए एक क्षेत्र शामिल हैं।
डीडीए ने कहा कि यह नाम बदलाव उस पैटर्न का हिस्सा है जिसमें अन्य इन-सीटू पुनर्वास परियोजनाओं का भी नामकरण किया गया था। नवंबर 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालकाजी में 3,024 पुनर्विकसित फ्लैटों का उद्घाटन किया, जिनका नाम बदलकर आशा किरण अपार्टमेंट कर दिया गया, जबकि इस साल जनवरी में उन्होंने अशोक विहार के जेलरवाला बाग में 1,675 फ्लैटों का उद्घाटन किया था जिनका नाम बदलकर स्वाभिमान अपार्टमेंट कर दिया गया।
2009 में स्वीकृत कठपुतली कॉलोनी दिल्ली की पहली झुग्गी पुनर्वास परियोजना थी। पुनर्विकास का काम रहेजा बिल्डर्स को सौंपकर 2017 में झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया गया। कठपुतली कलाकारों, जादूगरों, कलाबाजों और अन्य नुक्कड़ नाटकों के लगभग 2,800 परिवारों को आनंद पर्वत और नरेला में अस्थायी कैंपों में शिफ्ट कर दिया गया था और अब वे अपने नए 1 बीएचके घरों में शिफ्ट होंगे।
इस बीच, डीडीए ने प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत दिल्ली के जेजे क्लस्टरों में घरेलू सर्वे करने के लिए एक एजेंसी को नियुक्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। यह सर्वे 173 जेजे क्लस्टरों के लगभग 90,000 परिवारों को कवर करेगा।
डीडीए के एक अन्य अधिकारी ने बताया, "डीडीए पुनर्वास के लिए झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों और झुग्गी-झोपड़ियों के समूहों का एक व्यापक डेटाबेस तैयार करना चाहता है। सर्वे में पुनर्वास/स्थानीय विकास कार्यक्रम के लिए उनकी स्थिति और पात्रता संबंधी दस्तावेजों वाले लोगों और परिवारों की संख्या का आकलन किया जाएगा।"





