स्कूली बच्चों के कार्यक्रम में CM आतिशी से हुई गलती, गुजरात के गृहमंत्री ने VIDEO शेयर कर उड़ाया मजाक
- सीएम आतिशी ने ‘शिक्षा में उत्कृष्टता पुरस्कार’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'मुझे विश्वास है कि आज सम्मानित किए गए छात्र उत्कृष्टता की इस भावना को आगे बढ़ाएंगे और क्षमता से भारत को दुनिया में No.1 बनाएंगे।'
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने हाल ही में सरकारी और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले 10th और 12th क्लास में 207 छात्र-छात्राओं को उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए 'एक्सीलेंस इन एजुकेशन अवॉर्ड्स 2024' दिए थे। इसी दौरान जब वो मंच से संबोधित कर रही थीं तो उनसे कुछ ऐसी गड़बड़ी हो गई कि वो अपने विरोधियों के निशाने पर आ गईं। अब उनकी इसी गलती को लेकर गुजरात के गृह, उद्योग और परिवहन मंत्री हर्ष संघवी ने सोशल मीडिया पर उनका मजाक उड़ाया है।
संघवी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर आतिशी का उसी दिन का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वे कहती दिख रही हैं, 'आज दुनिया की जो सबसे बड़ी कम्पनीज हैं, जिनके प्रोडक्ट्स हम रोज उपयोग करते हैं, चाहे अपने फोन्स पर, चाहे ऐप्स के माध्यम से, आज गूगल जिसके बिना हमारी रोजमर्रा की जिंदगी ना चले, आज गूगल के सीईओ सत्या नडेला एक भारतीय मूल के व्यक्ति हैं, जो दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी के सीईओ हैं।'
इस वीडियो को शेयर करते हुए गुजरात के मंत्री ने लिखा, 'गूगल के सीईओ सत्य नडेला हैं!? बेहतर निर्णयों के लिए तुरंत समीक्षा करें!'
दरअसल अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री आतिशी गूगल कंपनी का जिक्र कर रही थीं, इसी दौरान जल्दबाजी में और भूलवश उन्होंने सत्या नडेला को गूगल का CEO बता दिया, जबकि गूगल के सीईओ का नाम सुन्दर पिचाई हैं। वहीं सत्या नडेला एक अन्य अमेरिकी कम्पनी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ हैं। ये दोनों ही भारतीय मूल के हैं और दुनिया की इन दो सबसे बड़ी टेक कंपनियों में सबसे अहम पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हालांकि आगे बोलते हुए आतिशी ने अपनी भूल को सुधार लिया था। लेकिन इसके बाद भी वे विरोधी पार्टी के नेताओं के निशाने पर आ गईं।
सीएम आतिशी से जिस कार्यक्रम में यह गलती हुई, वो कार्यक्रम 6 दिसंबर शुक्रवार को दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में आयोजित हुआ था। इस पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए आतिशी ने कहा था, 'इन छात्रों द्वारा प्रदर्शित प्रतिभा को देखने और उनमें से कई को पुरस्कार प्रदान करने के बाद यह स्पष्ट है कि दिल्ली में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है।'
मुख्यमंत्री ने कहा था, 'कई विद्यार्थियों को कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है फिर भी इन बच्चों ने असाधारण साहस दिखाया है तथा कक्षा दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।'