दिल्ली का नाम बदल दीजिए; चुनाव के बीच किसने कर डाली केजरीवाल से यह मांग
चुनावों के दौरान नेता और पार्टियां जहां जनता से कई वादे करती हैं तो उनके सामने भी कई मांगें रखी जाती हैं। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के केंद्र शासित प्रदेश का नाम बदलने की मांग की गई है।
चुनावों के दौरान नेता और पार्टियां जहां जनता से कई वादे करती हैं तो उनके सामने भी कई मांगें रखी जाती हैं। दिल्ली में विधानसभा चुनाव के केंद्र शासित प्रदेश का नाम बदलने की मांग की गई है। आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से यह मांग की गई है। दिल्ली का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ करने की गुजारिश की गई है।
संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह से मुलाकात के दौरान यह प्रस्ताव रखा। चक्रपाणि महाराज के एक्स हैंडल पर मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा गया, 'आज माननीय अरविंद केजरीवाल जी और संजय सिंह जी को स्वामी चक्रपाणि जी महाराज ने दिल्ली में पुजारियों के वेतन देने के घोषणा पर अभिनंदन किया और दिल्ली के सभी मंदिर-आश्रमों के बिजली बिल माफ करने, दिल्ली का प्राचीन नाम इंद्रप्रस्थ करने का प्रस्ताव रखा।' अरविंद केजरीवाल या आम आदमी पार्टी की ओर से इन मांगों पर अभी किसी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों पुजारियों और ग्रंथियों के लिए सम्मान राशि योजना का वादा किया। उन्होंने कहा कि इस बार उनकी सरकार बनी तो पुजारियों और ग्रंथियों को मासिक 18 हजार रुपए की सम्मान राशि दी जाएगी। इस घोषणा के बाद अरविंद केजरीवाल कई संतों से मुलाकात कर चुके हैं। पार्टी ने सनातन सेवा समिति का गठन भी किया है।
दिल्ली में 5 फरवरी को सभी 70 सीटों पर वोट डाले जाएंगे जबकि 8 फरवरी को नतीजे घोषित होंगे। पिछले दो चुनावों में प्रचंड बहुमत हासिल करने वाली 'आप' ने इस बार चुनाव में कई बड़े वादे किए हैं।