मुफ्त की काट में ज्यादा मुफ्त; दिल्ली में BJP का बड़ा दांव, AAP से छीनेगी USP!
कहते हैं कि लोहे को लोहा ही काटता है। दिल्ली में 27 सालों से सत्ता का इंतजार कर रही भारतीय जनता पार्टी अब कुछ इसी तर्ज पर 'मुफ्त की काट में ज्यादा मुफ्त' का फॉर्मूला अपना सकती है।
कहते हैं कि लोहे को लोहा ही काटता है। दिल्ली में 27 सालों से सत्ता का इंतजार कर रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब कुछ इसी तर्ज पर 'मुफ्त की काट में ज्यादा मुफ्त' का फॉर्मूला अपना सकती है। मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त इलाज जैसी स्कीमों के सहारे लगातार तीन बार दिल्ली में सरकार बना चुकी आम आदमी पार्टी (आप) का विजयी रथ रोकने के लिए भाजपा भी मुफ्त वाला बड़ा दांव चलने जा रही है। अपने संकल्प पत्र को तैयार करने में जुटी भाजपा दिल्ली के लोगों से 'आप' से अधिक मुफ्त सुविधाएं देने का वादा कर सकती है।
'आप' सरकार से ज्यादा मुफ्त बिजली का वादा
भाजपा दिल्ली में हर परिवार को महीने में 300 यूनिट मु्फ्त बिजली का वादा कर सकती है, जोकि 'आप' की ओर से दी जा रही सुविधा से 100 यूनिट अधिक है। भाजपा की सरकार बनी तो धार्मिक स्थलों को हर महीने 500 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी। दिल्ली भाजपा की घोषणापत्र समिति ने इसकी सिफारिश की है। सूत्रों की मानें तो पार्टी में इसको लेकर सहमति बन चुकी है और जल्द जारी होने वाले संकल्प पत्र में इसका ऐलान किया जाएगा।
महिलाओं के हाथ ज्यादा पैसा
10 साल की एंटी इनकंबेंसी का सामना कर रही 'आप' ने इस चुनाव में महिला वोटर्स को साधने के लिए बड़ा दांव चला है। अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि यदि उनकी चौथी बार सरकार बनी तो महिलाओं को हर महीने 2100 रुपए दिए जाएंगे। अब भाजपा भी केजरीवाल से बड़ा वादा करके महिलाओं को अपने पाले में लाने की कोशिश करेगी। भाजपा महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए देने का वादा कर सकती है। ज्यादा मुफ्त देने की होड़ किस तरह दोनों पार्टियों में चल रही है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली सरकार ने पहले 1000 रुपए मासिक सहायता का ऐलान किया था और भाजपा 2100 का वादा करने वाली थी। भाजपा के कदम को भांप केजरीवाल ने पहले ही 2100 का वादा कर दिया तो अब भाजपा ने इसे 2500 करने का प्लान बना लिया है।
बाकी मुफ्त वाली सुविधाएं भी चालू रखने का वादा
भाजपा पहले ही कह चुकी है कि सत्ता में आने पर वह आम आदमी पार्टी की ओर से शुरू की गई अन्य मुफ्त योजनाएं भी जारी रखेगी, जैसे महिलाओं के लिए बस यात्रा और बुजुर्गों के लिए तीर्थयात्रा आदि। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रोहिणी में पार्टी की 'परिवर्तन रैली' को संबोधित करते हुए दिल्लीवासियों को आश्वासन दिया कि यदि राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा सत्ता में आती है तो वह जनहित में कल्याणकारी योजनाओं को बंद नहीं करेगी।
AAP से USP छीनने की तैयारी
दरअसल, अरविंद केजरीवाल मुफ्त वाली सुविधाओं को अपनी 'यूएसपी' के रूप में प्रचारित करते रहे हैं। वह कई बार कह चुके हैं कि मुफ्त बिजली देना सिर्फ वही जानते हैं। वह पिछले कई महीनों से जनता के बीच जाकर यह भी कह रहे हैं कि यदि भाजपा की सरकार बनी तो मुफ्त सुविधाएं बंद कर दी जाएंगी। अब भाजपा अरविंद केजरीवाल से अधिक मुफ्त वाली घोषणाएं करके उनकी यूएसपी छीनने की कोशिश करेगी। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सफलता के पीछे जानकार मुफ्त वाली सुविधाओं को सबसे प्रमुख कारक बताते हैं। दिल्ली में इन योजनाओं का एक बड़ा लाभार्थी वर्ग है। भाजपा पहले कई बार इन योजनाओं को रेवड़ी कल्चर कहकर विरोध भी कर चुकी है। लेकिन जमीनी हकीकत को स्वीकार करते हुए पार्टी अब मुफ्त की काट में ज्यादा मुफ्त देने के वादे के साथ अपना वनवास खत्म करना चाहती है।