कौन हैं वो तीन बहनें, जो ‘डर्टी बाबा’ के काले कारनामों में देती थीं साथ? पुलिस ने की पूछताछ
संक्षेप: दिल्ली पुलिस ने संत कुंज इंस्टीट्यूट में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और उत्पीड़न के आरोपी ‘डर्टी बाबा’ चैतन्यानंद सरस्वती को गिरफ्तार करने के बाद, उसके कुकर्मों में मदद करने और छात्राओं पर दबाव बनाने के आरोप में इंस्टीट्यूट की तीन पूर्व महिला कर्मचारियों को तलब किया।

दिल्ली के चैतन्यानंद सरस्वती मामले में पुलिस की जांच तेज हो गई है। चैतन्यानंद पर संत कुंज स्थित एक मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट की 17 से अधिक छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को इंस्टीट्यूट की तीन पूर्व महिला कर्मचारियों को तलब किया, जो इस कथित बाबा की सहायता करने और छात्राओं को परेशान करने की दोषी पाई गई हैं। ये तीनों महिलाएं आपस में बहनें हैं और अब इस मामले में पुलिस की गहन जांच के दायरे में हैं।
संन्यासी की आड़ में छिपा अपराधी
आगरा से रविवार तड़के गिरफ्तार किए गए स्वामी चैतन्यानंद को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। पुलिस के अनुसार, उनके खिलाफ इस साल तीन मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें सामूहिक छेड़छाड़, धोखाधड़ी और जालसाजी जैसे संगीन आरोप शामिल हैं। चैतन्यानंद पर आरोप है कि उन्होंने छात्राओं को विदेशी यात्राओं और महंगे उपहारों का लालच देकर उनका शोषण करने की कोशिश की।
तीन बहनों की भूमिका
पुलिस ने बताया कि जिन तीन पूर्व कर्मचारियों को तलब किया गया, उनमें एक पूर्व एसोसिएट डीन और दो पूर्व वार्डन शामिल हैं। ये तीनों बहनें अब कॉलेज में कार्यरत नहीं हैं, लेकिन इन पर स्वामी के कुकर्मों में सहायता करने और छात्राओं पर दबाव डालने का आरोप है। 5 अगस्त को श्री श्री जगद्गुरु शंकराचार्य महासंस्थानम दक्षिणाम्नाय श्री शारदा पीठम की शिकायत पर दर्ज FIR में कहा गया है कि इन महिलाओं ने छात्राओं को स्वामी की मांगों के सामने झुकने के लिए मजबूर किया। इतना ही नहीं, आरोप है कि ये महिलाएं छात्राओं के फोन से स्वामी के अश्लील मैसेज डिलीट कर देती थीं।
हुए कई सनसनीखेज खुलासे
पुलिस ने चैतन्यानंद के फोन और आईपैड की जांच में कई चौंकाने वाले सबूत पाए। डीसीपी (साउथवेस्ट) अमित गोयल ने बताया कि स्वामी के डिवाइस में छात्राओं की गुप्त रूप से खींची गई तस्वीरें मिली हैं। इसके अलावा, उनके तीन फोन और अन्य उपकरणों की जांच में और सबूत जुटाए जा रहे हैं। एक अनाम अधिकारी ने खुलासा किया कि स्वामी ने अपने ऑफिस को किसी लग्जरी होटल सुइट की तरह सजा रखा था। वह छात्राओं को फोन, लैपटॉप, ज्वैलरी और विदेशी यात्राओं जैसे लुभावने उपहार देकर उन्हें फंसाने की कोशिश करते थे।
लंदन के नंबर से करता था चैट
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, चैतन्यानंद तब भी छात्राओं से चैट कर रहे थे, जब वह फरार थे और उन्हें पुलिस की तलाश थी। वह लंदन आधारित मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप और अन्य ऐप्स के जरिए लड़कियों से बात करते थे। उनकी चैट में अश्लील इमोजी और छात्राओं को लुभाने की कोशिश के सबूत मिले हैं। इसके अलावा, उनके फोन में एयर होस्टेस की तस्वीरें और छात्राओं की डिस्प्ले पिक्चर के स्क्रीनशॉट भी पाए गए।
बाथरूम के बाहर तक CCTV
मामले की जांच में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि चैतन्यानंद ने छात्रावास में कई CCTV कैमरे लगवाए थे, जिनमें से कुछ बाथरूम के बाहर तक थे। यह दावा किया गया है कि इन कैमरों के जरिए वह छात्राओं की निगरानी करते थे।
आरोपों से इनकार कर रहा चैतन्यानंद
डीसीपी गोयल ने बताया कि स्वामी ने अभी तक कुछ भी कबूल नहीं किया है और सभी आरोपों से इनकार कर रहे हैं। हालांकि, पुलिस के पास उनके खिलाफ कई सबूत हैं, जिनमें छात्राओं के साथ उनकी व्हाट्सएप चैट और अन्य स्क्रीनशॉट शामिल हैं। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्वामी ने कुछ महिलाओं को एयर होस्टेस की नौकरी दिलाने का झांसा भी दिया था।





