
CJI बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश, क्या बोले अरविंद केजरीवाल?
संक्षेप: देश की सर्वोच्च अदालत के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई. पर वकील राकेश किशोर ने 'सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान' का नारा लगाते हुए जूता फेंकने की कोशिश की। आप नेता अरविंद केजरीवाल ने क्या टिप्पणी की?
देश की सर्वोच्च अदालत के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई. पर वकील राकेश किशोर ने 'सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान' का नारा लगाते हुए जूता फेंकने की कोशिश की। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व सदस्य की इस हरकत पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने टिप्पणी करते हुए कहा- "यह सिर्फ़ एक न्यायाधीश पर नहीं बल्कि भारत की आत्मा पर हमला है।"

ये भारत की आत्मा पर हमला, गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं
अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा- "CJI बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश सिर्फ़ एक न्यायाधीश पर नहीं बल्कि भारत की आत्मा पर हमला है, इस देश की न्यायपालिका पर हमला है। दलित बेटा मेहनत और ईमानदारी से देश की सर्वोच्च कुर्सी तक पहुँचे- ये इन लोगों को बर्दाश्त नहीं। इनकी हिम्मत तो देखो। इनके समर्थक खुले आम CJI को सोशल मीडिया पर धमकियाँ दे रहे हैं। इस तरह की राजनीति और गुंडागर्दी ये देश कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।"
वकील को हीरो और जज को विलेन बना रहे लोग
इस हमले की निंदा आम आदमी पार्टी की दिल्ली यूनिट के प्रेसिडेंट सौरभ भारद्वाज ने पीटीआई से बातचीत में कहा- “इसकी ज्यादा से ज्यादा आलोचना होनी चाहिए। बड़ी से बड़ी सजा होनी चाहिए, लेकिन क्या हो रहा है- एक तय तरीके से राइट विंग के लोग सोशल मीडिया पर उस वकील को हीरो बना रहे हैं और हमारे जज को विलेन बना रहे हैं। कारण, हमारे मुख्य न्यायाधीश दलित समाज से आते हैं। बड़े तबके के पेट में दर्द है कि एक दलित इतनी बड़ी पोजीशन पर बैठ कैसे गया।”
घटनाक्रम सामने आने के बाद वकील की तरफ से बयान सामने आया है। वकील राकेश किशोर ने कहा- "मुझे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है, क्योंकि उन्होंने वही किया जो परमात्मा ने उनसे कराना चाहा। मैं परमात्मा की इच्छा पूरी कर रहा था, इसलिए माफी नहीं मांगूगा। उसकी इच्छा होगी कि मैं जेल जाऊं, या फांसी लगा दी जाए या मार दिया जाए। वह परमात्मा की इच्छा है। मैं कहता हूं कि परमात्मा की इच्छा पूरी हो।"
पीटीआई एजेंसी के इनपुट भी शामिल हैं।





