गोरक्षकों के हाथों मारे गए आर्यन केस में ट्विस्ट, पिता को बड़ी साजिश का शक; बताई चार लाख वाली बात
आर्यन के पिता सियानंद मिश्रा सवाल उठा रहे हैं कि आखिर गोरक्षकों को गोली चलाने के अधिकार किसने दिया है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
पशु तस्कर समझकर 12वीं के छात्र आर्यन की हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार की फॉरेंसिक जांच की जाएगी। इसके अलावा हत्याकांड वाले दिन नाकों पर तैनात पुलिसकर्मियों की रिपोर्ट तैयार करने के आदेश भी आला अधिकारियों ने दे दिए हैं। दूसरी ओर, आर्यन के पिता सियानंद मिश्रा सवाल उठा रहे हैं कि आखिर गोरक्षकों को गोली चलाने के अधिकार किसने दिया है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।
पशु तस्कर समझकर 12वीं के छात्र आर्यन की हत्या से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। आर्यन की मां का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि पिता सियानंद मिश्रा ने सरकार से बेटे के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि वह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के थाना वजीरगंज के गांव चौखट के रहने वाले हैं। करीब 40 साल पहले वह गांव से कामकाज की तलाश में फरीदाबाद आए और नीलम बाटा रोड स्थित एसी नगर में रह रहे थे। फरीदाबाद में रहते उनकी शादी हुई। उनके तीन बेटे हैं। 19 वर्षीय आर्यन सबसे छोटा था। वह ओपन से 12वीं की पढ़ाई कर रहा था।
मकान मालिक से था मनमुटाव
सियानंद मिश्रा ने बताया कि उन्होंने मकान मालकिन सुजाता गुलाटी और उसके बेटे हर्षित गुलाटी को चार लाख रुपये उधार दिए हैं। इसके बदले उनमें एक करार है कि वह अपने परिवार समेत एक साल तक सुजाता के मकान में बिना किराए दिए रहेंगे। अब वह उस मकान को खाली करना चाह रहे हैं और सुजाता गुलाटी से पैसों मांग रहे थे, लेकिन वह पैसे नहीं दे रही थीं। इसको लेकर मनमुटाव भी हो गया था।
हत्या के पीछे साजिश की भी आशंका
पीड़ित पिता ने बताया कि आर्यन को उसुजाता गुलाटी ने फोन कर बुलाया था। आर्यन मां से पांच मिनट में आने की बात कहकर गया था। इसके बाद आर्यन सुजाता, हर्षित गुलाटी, सैंकी गुलाटी और अन्य के साथ कार से कहीं चला गया। उन्हें शक है कि बेटे की साजिशन हत्या की गई है।
पिता ने पूछा, मेरे बेटे की क्या गलती थी?
आर्यन के पिता सियानंद मिश्रा ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों की शिनाख्त करवाई थी। इस दौरान उन्होंने अनिल कौशिक नामक आरोपी से पूछा, उनके बेटे की क्या गलती थी? क्यों उसे गोली मार दी? दी। इसपर आरोपी अनिल हाथ जोड़कर माफी मांगने लगा और कहा बहुत बड़ी गलती हो गई। सियानंद मिश्रा ने फिर पूछा कि एक गोली मारने के बाद दूसरी क्यों मारी? इसपर आरोपी कुछ जबाव नहीं दिया।
कांग्रेस बोली, हरियाणा क्राइम कैपिटल बना
मंगलवार को कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है कि हरियाणा के फरीदाबाद में आर्यन मिश्रा दोस्तों के साथ शाम को घूमने निकला। रास्ते में गोरक्षकों ने पशु तस्करी के शक में आर्यन की गोली मारकर हत्या कर दी। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि ये हरियाणा में बीजेपी सरकार के10 साल का रिपोर्ट कार्ड है, जहां दिनदहाड़े सड़कों पर हत्या की जा रही है। यहां अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं। बीजेपी की डबल इंजन सरकार ने हरियाणा को क्राइम कैपिटल बना दिया है।
लापरवाह पुलिसकर्मियों पर गाज गिरेगी
आर्यन हत्याकांड में पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिर सकती है, क्योंकि वारदात वाले दिन पुलिस गश्त नहीं कर रही थी। डीसीपी एनआईटी कुलदीप सिंह ने बताया कि इस बाबत जांच के आदेश दिए गए हैं। वारदात के दौरान सिकरी नाके पर पुलिस कर्मियों की नदारद रहने की जांच की जा रही है।
उद्योग मंत्री ने निंदा की
हरियाण के उद्योग मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि छात्र आर्यन हत्याकांड निंदनीय है। इस प्रकार के जघन्य हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पुलिस अपना काम कर रही है।
पुलिस ने मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान अनिल कौशिक, वरुण, कृष्ण,आदेश और सौरभ के रूप में हुई है। आरोपियों ने बताया कि 23 अगस्त की रात उन्हें सूचना मिली थी कि कार सवार पशु तस्कर पशु उठा रहे हैं। वे उन्हें तलाशते हुए पटेल चौक पहुंचे जहां डस्टर कार दिखी, जिसमें आर्यन, हर्षित, सैंकी, सुजाता आदि बैठे थे। रोकने पर वे नहीं रुके तो उन्होंने शक में 30 किलोमीटर पीछा कर बघौला गांव के पास आर्यन को गोली मार दी।
एसीपी क्राइम अमन यादव ने कहा, आरोपियों की शिनाख्त पर वारदात में प्रयोग हुए हथियार और कार बरामद की जा चुकी है। बरामद अवैध हथियार को फॉरेंसिक जांच के लिए लैब भेजा गया है। साथ ही हथियार देने वाले की भी तलाश की जा रही है।
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