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पशु तस्कर समझकर मारे गए आर्यन मिश्रा हत्याकांड में नया खुलासा, UP से जुड़े हत्या में इस्तेमाल हुए अवैध हथियार के तार

हरियाणा के फरीदाबाद में पशु तस्कर समझकर 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या मामले के तार अब उत्तर प्रदेश से भी जुड़ने लगे हैं। बताया जा रहा है कि वारदात से पहले आरोपी यूपी के एटा से करीब पांच हजार रुपये में तमंचा खरीदकर लाए थे।

पशु तस्कर समझकर मारे गए आर्यन मिश्रा हत्याकांड में नया खुलासा, UP से जुड़े हत्या में इस्तेमाल हुए अवैध हथियार के तार
Praveen Sharma हिन्दुस्तान, फरीदाबादFri, 6 Sep 2024 05:30 AM
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हरियाणा के फरीदाबाद में पशु तस्कर समझकर 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या मामले के तार अब उत्तर प्रदेश से भी जुड़ने लगे हैं। बताया जा रहा है कि वारदात से पहले आरोपी यूपी के एटा से करीब पांच हजार रुपये में तमंचा खरीदकर लाए थे। पुलिस अब तमंचा उपलब्ध कराने वालों की तलाश कर रही है और यूपी में भी दबिश देने की योजना बना रही है।

पुलिस आर्यन हत्याकांड में अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। सभी जेल में हैं। 23 अगस्त की रात को गोरक्षकों ने पशु तस्कर होने की आशंका में एक कार का करीब 30 किलोमीटर तक पीछा कर उस पर गोली चला दी थी। कार में आर्यन के अलावा हर्षित गुलाटी, सैंकी, सुजाता गुलाटी के अलावा अन्य महिला बैठी थी। इसमें दो गोली आर्यन को लगी थीं, जिससे उसकी मौत हो गई। सूत्रों के अनुसार, आर्यन हत्याकांड में गिरफ्तार गोरक्षक अनिल कौशिक का लाइसेंसी हथियार पुलिस ने काफी समय पहले जमा करा लिया था। हत्याकांड में उसने अवैध हथियार का इस्तेमाल किया था। बताया जा रहा है कि यह तमंचा एटा से खरीदा गया था। उसके हथियार के लाइसेंस को रद्द किया जाएगा। अनिल पर पहले से भी मामले दर्ज हैं।

मकान मालिक की तलाश में दबिश

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच, एनआईटी थाना और पुलिस चौकी की टीम हत्या वाले दिन आर्यन के साथ कार में बैठे सुजाता गुलाटी, हर्षित गुलाटी और कीर्ति शर्मा की तलाश कर रही है। पुलिस अब उन्हें भी जांच में शामिल करेगी। अधिकारियों का दावा है कि मकान मालिक और पड़ोसन को तलाश कर पुलिस उनसे पूछताछ करेगी। साथ ही यह पता लगाएगी कि हत्या मामले में कहीं उनकी संलिप्तता तो नहीं है। बता दें कि, इसमें गिरफ्तार आरोपी अनिल कौशिक एक समाजिक संस्था चलाता है।

फरीदाबाद में नहीं रहना चाहता आर्यन का परिवार

आर्यन के पिता सत्यानंद मिश्रा का कहना है कि वह अब फरीदाबाद में नहीं रहना चाहते। वह उत्तर प्रदेश के गोंडा स्थित अपना गांव लौटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें डर है कि बदमाश कहीं उनके अन्य बेटों की हत्या न कर दें। परिजनों ने बताया कि वह करीब 40-45 साल से फरीदाबाद में रह रहे हैं। अब तक उनकी किसी से कहासुनी तक नहीं हुई। ऐसे में उनके बेटे हत्या कर दी गई।

गोरक्षक लोगों में खौफ पैदा कर रहे : वृंदा करात

पूर्व राज्यसभा सांसद और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) नेता वृंदा करात गुरुवार दोपहर आर्यन मिश्रा के घर पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने करीब दो घंटे तक रुककर परिजनों से पूरी घटना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गोरक्षक पुलिस और प्रदेश सरकार की सह पर लोगों में खौफ पैदा कर रहे हैं। वृंदा करात ने कहा कि पीड़ित परिजन सही सवाल उठा रहे हैं कि गोरक्षकों को हथियार लेकर चलने का अधिकार किसने दिया। गोरक्षकों ने एक बच्चे की हत्या कर दी। आरोपियों ने आर्यन और कार में बैठे लोगों को 30 किलोमीटर तक खदेड़ा। शहर में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। बावजूद पुलिस को आरोपी कहीं नजर नहीं आए। इस दौरान मार्ग पर पुलिस भी कहीं नजर नहीं आई। इसमें पुलिस की लापरवाही साफ झलक रही है। वह खुलेआम हथियार लेकर चलते हैं। सरकार उन्हें पूर्ण संरक्षण दे रही है। सरकार और पुलिस प्रशासन गोरक्षा के नाम पर लाइसेंस क्यों दे रही है। सरकार की गलत नीति से आर्यन मिश्रा की हत्या हुई है। उन्होंने कहा आर्यन की हत्या लींचिंग है। सरकार पीड़ित परिजन को मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे।

नौकरी और मुआवजा मिले

वृंदा करात ने कहा कि सरकार को चाहिए कि पीड़ित परिजन को मुआवजा दे। पीड़ित परिजन में से किसी एक को सरकारी नौकरी दे। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि सरकार का एक भी प्रतिनिधि पीड़ित परिजनों से मुलाकात नहीं की है।

‘पशुओं को गोशाला भेजें’

पूर्व राज्यसभा सांसद करात ने कहा कि शहर में लावारिस पशु सड़क पर जहां-तहां घूमते नजर आते हैं। वह पॉलिथीन और कचरा आदि खाते हैं और बीमार हो रहे हैं। गोरक्षकों को चाहिए कि उन पशुओं की सेवा करें और उन्हें गोशाला पहुचाएं, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रहे।

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