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अरविंद केजरीवाल ने कर दिया इस्तीफे का ऐलान, कहा- जनता के फैसले तक CM की कुर्सी पर नहीं बैठना

  • अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इससे पहले उन्होंने इस्तीफा इसलिए नहीं दिया था क्योंकि वह लोकतंत्र को बचाना चाहते थे।

Sourabh Jain लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 15 Sep 2024 07:27 AM
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आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार को पार्टी ऑफिस में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सबको चौंकाते हुए दो दिन में इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा, 'मैं दो दिन बाद सीएम पद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। जब तक जनता अपना फैसला नहीं दे देती, मैं सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा। मैं हर घर और गली में जाऊंगा और जब तक जनता अपना फैसला नहीं सुना दे कि केजरीवाल ईमानदार है, तब तक सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठूंगा।' साथ ही उन्होंने फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनावों को भी नवंबर में महाराष्ट्र में होने वाले चुनावों के साथ कराने की मांग की।

कार्यकर्ताओं के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल बोले, 'जेल में रहने के दौरान मैंने एक किताब पढ़ी भगत सिंह की जेल डायरी। जब भगत सिंह जेल में थे तब उन्होंने कई लेख लिखे थे वो सब इस किताब में है। उन्होंने कई खत अपने साथियों को लिखे और अंग्रेजों ने सारे खत पहुंचाए। मैंने जेल से LG को एक पत्र लिखा था कि स्वतंत्रता दिवस पर आतिशी को झंडा फहराने की इजाजत दी जाए।'

आगे उन्होंने बताया, 'वो चिट्ठी नहीं पहुंचाई गई और मुझे हिदायत दी गई कि अगर दूसरी बार आपने चिट्ठी लिखी तो आपको परिवार से मिलने नहीं दिया जाएगा। अंग्रेजों ने भी नहीं सोचा था कि आजाद भारत में 95 साल के बाद अंग्रेजों से भी ज्यादा क्रूर और अत्याचारी शासक देश में आएगा। संदीप पाठक जब मुझसे मिलने आए और राजनीतिक बातें की तब उन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। भगत सिंह जब फांसी पर चढ़े उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक ऐसा भारत होगा 95 साल बाद देश में क्रूर और अत्याचारी सरकार आएगी कि अंग्रेजों को भी पीछे छोड़ देगी।"

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, 'इन्होंने (भाजपा) एक और नया फॉर्मूला बनाया है जहां-जहां ये चुनाव हारे वहां-वहां के मुख्यमंत्री पर फर्जी केस करके गिरफ्तार कर लो और उसकी सरकार गिरा दो। इन्होंने सिद्धारमैया, पिनाराई विजयन, ममता दीदी पर केस कर रखें हैं। ये एक विपक्ष के मुख्यमंत्री को नहीं छोड़ते सभी पर फर्जी केस करके जेल में डालते हैं और सरकार गिरा देते हैं।'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जेल में रहने के दौरान उन्होंने इस्तीफा इसलिए नहीं दिया क्योंकि वह लोकतंत्र को बचाना चाहते थे। भाजपा आज पार्टियों को तोड़ रही है। चुनी हुई सरकार के नेताओ पर फर्जी केस लगाकर उन्हें जेल में डालती है, लेकिन इस्तीफा नहीं देने से भाजपा का यह प्लान फेल हो गया। इसके साथ ही उन्होंने सभी नेताओ से अपील की है कि वह फर्जी केस लगाने पर इस्तीफा न दें।

 केजरीवाल ने आगे कहा, ‘मैं देश के सारे गैर भाजपा मुख्यमंत्रियों से हाथ जोड़ कर विनती करना चाहता हूं अब अगर प्रधानमंत्री फर्जी केस करके आपको जेल में डालें तो इस्तीफा मत देना। किसी हालत में इस्तीफा मत देना, जेल से सरकार चलाना। ऐसा नहीं है कि हम पद के लालची हैं इसलिए क्योंकि हमारे लिए हमारा संविधान जरूरी है जनतंत्र को बचाना जरूरी है। इतनी भारी बहुमत से चुनी सरकार को आप जेल में डालकर कहोगे इस्तीफा दे।’

केजरीवाल के संबोधन से पहले दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘भाजपा देश का सबसे बड़ा राजनीतिक कुचक्र रच रही थी कि एक चुने हुए मुख्यमंत्री और उसकी टीम को जेल में डालो और उसकी पूरी पार्टी को खत्म कर दो। अगर आप सच्चाई के रास्ते पर चल रहे हो तो आप ईश्वर के रास्ते पर चल रहे हो। जब आप ईश्वर के रास्ते पर चल रहे तो ईश्वर की ताकत आपके साथ होती है। आज ईश्वर की ताकत हम सबके साथ है। भाजपा वालों ने शराब घोटाला नाम की मनोहर कहानी लिखी थी उसका आखिरी पूर्ण विराम सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को जमानत देकर लगा दिया।'

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