जिसका डर था वही हुआ, BJP बंद कर देगी फ्री बिजली, चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल का बड़ा दावा
- Arvind Kejriwal Big Claim: बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले नया नारा दिया है, अब नहीं सहेंगे, बदल कर रहेंगे। अरविंद केजरीवाल ने इसी नारे पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
Arvind Kejriwal Big Claim: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी ने खुद ऐलान कर दिया है कि वह सब कुछ बदल देंगे यानि फ्री बिजली भी बंद कर देंगे। ऐसा उन्होंने बीजेपी के नए नारे ‘अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे’ पर सवाल खड़े करते हुए कहा है। उन्होंने कहा है कि जिसका डर था वही हुआ। बीजेपी ने आधिकारिक तौर पर ऐलान कर दिया है कि वह सब कुछ बदल देंगे।
सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर अरविंद केजरीवाल ने कहा, आज बीजेपी ने नारा दिया है- बदल के रहेंगे। जिसका डर था, वही हुआ। मैंने पहले ही कहा था कि अगर इनको वोट दे दिया तो दिल्ली की जनता के साथ मिलकर दस साल में आम आदमी पार्टी की सरकार ने जो काम किया है, वो सब काम ये लोग बंद कर देंगे।
उन्होंने आगे कहा, आज इन्होंने अधिकारिक तौर पे ऐलान कर दिया कि वे सब कुछ बदल देंगे। यानि 24 घंटे बिजली बंद हो जाएगी, फिर लंबे लंबे पॉवर कट लगने लगेंगे, फ्री बिजली बंद हो जाएगी, हजारों रुपए महीने के बिजली बिल आने लगेंगे, महिलाओं का फ्री बस सफर बंद हो जाएगा, सभी सरकारी स्कूल फिर से बर्बाद हो जाएंगे, सभी मोहल्ला क्लिनिक बंद कर दिए जाएंगे, सभी सरकारी अस्पतालों में मिलने वाली फ्री दवाइयां और इलाज बंद हो जाएगा। बहुत सोच समझकर वोट देना। इन्होंने अपनी मंशा साफ कर दी।
बता दें, अरविंद केजरीवाल लगातार इसी बात पर जोर देते रहे हैं कि अगर बीजेपी इस बार सत्ता में आ गई तो वह आम आदमी पार्टी द्वारा चलाई जा रही सभी मुफ्त योजनाओं को बंद कर देगी। इस बीच बीजेपी की तरफ से दिए गए नए नारे के बाद अरविंद केजरीवाल को बीजेपी पर निशाना साधने का एक और मौका मिल गया।
क्या है बीजेपी का नारा?
बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले नया नारा दिया है अब नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे। बीजेपी इसे जनता की आवाज बता रही है। बीजेपी ने कहा, दिल्ली में केजरीवाल सरकार को बदलकर डबल इंजन की सरकार लानी है। वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, दिल्ली की बदहाली का जिम्मेदार अरविंद केजरीवाल है। ऐसे में अब दिल्ली की जनता बोल रही है कि अब नहीं सहेंगे बदल के रहेंगे क्योंकि दिल्ली को बदहाली से खुशहाली की ओर लेकर जाना है।