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केंद्र से 7 मांगें कर केजरीवाल बोले- यह है मिडिल क्लास के लिए हमारा मेनिफेस्टो

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव के बीच अब मिडिल क्लास को साधने के लिए एक बड़ा दांव चला है। आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने केंद्र सरकार से मिडिल क्लास को राहत देने की मांग की है।

Sudhir Jha लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीWed, 22 Jan 2025 12:41 PM
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दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव के बीच अब मिडिल क्लास को साधने के लिए एक बड़ा दांव चला है। आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने केंद्र सरकार से मिडिल क्लास को राहत देने की मांग की है। उन्होंने केंद्र सरकार के सामने 7 मांगें रखते हुए इसे मिडिल क्लास के लिए अपना मेनिफेस्टो बताया है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी देश में पहली बार मिडिल क्लास के लिए मेनिफेस्टो जारी कर रही है। हालांकि, इसमें उन्होंने कोई नया वादा नहीं किया कि यदि उनकी चौथी बार दिल्ली में सरकार बनी तो किस तरह मिडिल क्लास को और राहत पहुंचाई जाएगी। हालांकि, उन्होंने अपने मौजूदा स्कीमों को गिनाते हुए बताया कि इनके जरिए मिडिल क्लास को राहत दी गई है। उन्होंने केंद्र सरकार के सामने 7 मांगें रखीं हैं।

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केजरीवाल की 7 मांगें

1- शिक्षा का बजट 2 पर्सेंट से बढ़ाकर 10 पर्सेंट की जाए। प्राइवेट स्कूलों की फीस पर लगाम लगाई जाए पूरे देश में।

2- उच्च शिक्षा के लिए सब्सिडी और स्कॉलरशिप दिए जाएं।

3- हेल्थ का बजट भी बढ़ाकर 10 पर्सेंट किया जाए और हेल्थ इंश्योरेंस से टैक्स हटाया जाए।

4- इनकम टैक्स छूट सीमा को कम से कम 10 लाख किया जाए।

5- आवश्यक वस्तुओं के ऊपर से जीएसटी खत्म हो।

6- सीनियर सीटीजन्स के लिए मजबूत रिटायरमेंट प्लान और पेंशन की योजनाएं बनाई जाए और देशभर के सभी अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिले।

7- बुजुर्गों को रेलवे में पहले 50 पर्सेंट की छूट मिलती थी, उसे दोबारा चालू किया जाए।

मिडिल क्लास सरकार के लिए एटीएम: अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मिडिल क्लास के लिए कोई भी पार्टी बात करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा, ‘एक के बाद दूसरी सरकार आई और सबने मिडिल क्लास को दबाकर, निचोड़कर रखा है। मिडिल क्लास के लिए कुछ किया नहीं जाता है, लेकिन जब सरकार को जरूरत पड़ती है सरकार मिडिल क्लास पर टैक्स का हथियार, चाकू चला देती है। मिडिल क्लास सरकार के लिए एटीएम बनकर रह गया है। भारत का मिडिल क्लास टैक्स टेरिरज्म का शिकार है। मिडिल क्लास के क्या सपने होते हैं, वो अपने लिए एक अच्छी नौकरी-बिजनेस, बच्चों के लिए शिक्षा और परिवार के लिए अच्छा स्वास्थ्य चाहते हैं। इसके लिए वह पूरी जिंदगी मेहनत करते हैं और सरकार से थोड़ी राहत की अपेक्षा करते हैं। लेकिन सरकारें ना उनके लिए अच्छे स्कूल बना रही है, ना अच्छे अस्पताल और ना रोजगार दे पा रही है।’

केजरीवाल ने कहा कि किसी देश में मिडिल क्लास को इतना परेशान नहीं किया जाता है। यदि कोई साल में 12 लाख कमाता है तो सारे टैक्स मिलाकर 50 पर्सेंट से ज्यादा केवल टैक्स में चली जाती है। दूध-दही, पूजा के सामान पर भी टैक्स भरना पड़ता है। घर लेना हो तो टैक्स, बेचो तो टैक्स। गाड़ी खरीदो तो टैक्स और बेचो तो टैक्स। जीते जी तो टैक्स देना ही पड़ता है, अब मरने के बाद भी टैक्स देना पड़ता है।

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