अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ एंटी नारकोटिक्स का बड़ा ऐक्शन, 28 साल की महिला डिपोर्ट
दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों को लेकर पुलिस ने बड़ा ऐक्शन लिया है। दक्षिण पश्चिम जिले की एंटी-नारकोटिक्स यूनिट ने एक अवैध बांग्लादेशी महिला को डिपोर्ट किया है। 28 साल की इस महिला की पहचान सोनाली शेख के रूप में हुई है।

दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों को लेकर पुलिस ने बड़ा ऐक्शन लिया है। दक्षिण पश्चिम जिले की एंटी-नारकोटिक्स यूनिट ने एक अवैध बांग्लादेशी महिला को डिपोर्ट किया है। 28 साल की इस महिला की पहचान सोनाली शेख के रूप में हुई है। वह पिछले 6 सालों से भारत में रह रही थी, जिससे विदेशी अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन हो रहा था। यह जानकारी शुक्रवार को एंटी-नारकोटिक्स यूनिट ने दी।
जानकारी के अनुसार, राजधानी दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों की पहचान को लेकर पुलिस का विशेष अभियान चल रहा है। इसी क्रम में सोनाली को हिरासत में लिया गया था। वह पिछले छह साल से अवैध तरीके से भारत में रह रही थी। एंटी-नारकोटिक्स यूनिट ने विदेशी अधिनियम के प्रावधानों के तहत उसे हिरासत में लेने के बाद वापस बांग्लादेश भेज दिया है।
अवैध बांग्लादेशी इमिग्रेशन का भंड़ाफोड़, 11 गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने बंगलादेशी नागरिकों के अवैध आव्रजन (इमिग्रेशन) का भंडाफोड़ किया और 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को बताया कि अवैध अप्रवासी भारत में प्रवेश करने के लिए जंगल के रास्तों और एक्सप्रेस ट्रेनों का इस्तेमाल करते थे। दस्तावेज जालसाजों, आधार ऑपरेटरों और तकनीकी विशेषज्ञों सहित आरोपियों ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और अन्य पहचान पत्र बनाने के लिए एक फर्जी वेबसाइट 'जनताप्रिंट्सडॉटसाइट' का इस्तेमाल किया।
गौरतलब है कि इस रैकेट का खुलासा तब हुआ, जब 21 अक्टूबर, 2024 को, दिल्ली के संगम विहार में सेंटू शेख उर्फ राजा की हत्या के मामले की रिपोर्ट की गयी। हत्या की जांच के दौरान, चार बंगलादेशी नागरिक, मिदुल मियां उर्फ आकाश अहमद, फरदीन अहमद उर्फ अभि अहमद और दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि सेंटू शेख उन्हें अलग-अलग बहाने से धमका रहा था। पुलिस ने सेंटू शेख के घर से 21 आधार कार्ड, चार मतदाता पहचान पत्र और आठ पैन कार्ड बरामद किये, जो बंगलादेशी नागरिकों के होने का शक है।