पहले गारंटी लो कि मेरी सास नहीं मरेंगी, ED के सामने अमानतुल्लाह खान की शर्त
दिल्ली में कथित वक्फ बोर्ड घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान के घर पर पहुंचे तो हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ।
दिल्ली में कथित वक्फ बोर्ड घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान के घर पर पहुंचे तो हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। विधायक गेट खोलने से इनकार करते हुए जंगले के पीछे से ही अधिकारियों से बहस करते रहे। ओखला के विधायक ने दिल्ली पुलिस और ईडी अधिकारियों के सामने एक शर्त रख दी। खान ने ईडी और दिल्ली पुलिस के अफसरों से इस बात की गारंटी मांगी कि यदि उन्हें गिरफ्तार किया जाता है तो उनकी कैंसर पीड़ित सास की मौत नहीं होगी।
अमानतुल्ला खान गेट पर अफसरों से बहस करते हुए कहते हैं, 'क्या आप यह जिम्मेदारी ले रहे हैं कि मुझे गिरफ्तार करेंगे तो मेरी सास को कुछ नहीं होगा। आप मुझे गिरफ्तार करने आए हैं, मेरी सास कैंसर पीड़ित हैं। ईडी मेरी घर पहले ही छापेमारी कर चुकी है। अब क्या पूछताछ करना चाहते हैं। जब जब मुझे बुलाया तब तब मैं गया। मेरी सास को कैंसर है, उनकी हालत गंभीर है। अभी चार दिन पहले उनका ऑपरेशन हुआ है। मैं यह जानना चाहता हूं कि क्या आप यह जिम्मेदारी लेते हैं कि मौत नहीं होगी। मैंने आपको लिखकर दिया है।' बाहर खड़े पुलिस और ईडी के अधिकारी कहते हैं कि उनकी सास बीमार हैं और वह खुद शोर मचा रहे हैं। अफसरों ने उन्हें बाहर निकलकर बात करने को भी कहा लेकिन विधायक ने गेट नहीं खोला।
सोमवार सुबह-सुबह ईडी की एक टीम विधायक के घर पर पहुंची। उन्होंने गेट ना खोलते हुए पुलिस को भी मौके पर बुला लिया। सुबह 8 बजे तक अमानतुल्लाह खान की अफसरों से बहस होती रही। काफी प्रयास के बाद भी जब गेट नहीं खोला गया तो घर के बाहर पैरा मिलिट्री फोर्स के जवान तैनात कर दिए गए। घर के बाहर 7 ईडी के अधिकारी काफी देर तक खड़े रहे। बाद में विधायक ने अधिकारियों को अंदर आने दिया।
अमानतुल्ला खान पर दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष रहते हुए हेराफेरी के आरोप हैं। वक्फ बोर्ड में 32 अवैध भर्तियां, वक्फ बोर्ड फंड के गलत इस्तेमाल और देश विदेश में करोड़ों के लेनदेन के आरोप उन पर लगे हैं। इस मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ने केस दर्ज किया था। अमानतुल्ला खान को सितंबर 2022 में गिरफ्तार भी किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर हैं। अप्रैल में ईडी ने भी विधायक से पूछताछ की थी। चार जगहों पर छापेमारी की गई थी। ईडी के हाथ एक डायरी लगी थी जिसमें कथित तौर पर लेनदेन का जिक्र है। उनके घर कैश और हथियार की बरामदगी भी हुई थी।
अमानतुल्ला खान ने एक वीडियो एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'अभी सुबह सात बजे हैं और ईडी वाले सर्च वारंट के नाम पर मुझे गिरफ्तार करने आए हैं। मेरी सास कैंसर पीड़ित हैं, चार दिन पहले उनका ऑपरेशन हुआ है। वह मेरे घर पर हैं। मैंने इनको लिखा भी था। मैंने हर नोटिस का जवाब दिया है। सर्च वारंट के नाम पर इनका मकसद मुझे गिरफ्तार करना है। हमारा काम रोकना है। दो साल से मुझे परेशान कर रहे हैं। मुझे नहीं मेरी पूरी पार्टी को, मुख्यमंत्री जी जेल में है, अभी सिसोदिया जी जमानत पर आए हैं, संजय सिंह जमानत पर हैं। सत्येंद्र जैन जेल में हैं। इनका मकसद हमें और हमारी पार्टी को तोड़ना है। मेरी ओखला की जनता से अपील है कि मेरे लिए दुआ करें, जो भी काम अधूरे हैं, उन्हें हम पूरा कराएंगे। आपको परेशान होने या घबराने की जरूरत नहीं है। हम डरने वाले नहीं हैं। जेल भेजेंगे तो हम जेल जाने को तैयार हैं। जैसे पहले हमें कोर्ट से इंसाफ मिला है, इस बार भी मिलेगा। आप लोग दुआओं में याद रखें।' अमानतुल्लाह खान ने कहा कि यह मुकदमा पूरी तरह फर्जी है।
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