दिल्ली AIIMS की इमरजेंसी में बढ़ेगी बेड की संख्या, खुलेगा एक और क्रिटिकल केयर ब्लॉक
एम्स दिल्ली गंभीर रूप से बीमार मरीजों को दिए जाने वाले उपचार और देखभाल में सुधार लाने के लिए जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के परिसर में एक नया क्रिटिकल केयर ब्लॉक स्थापित करेगा। इसके साथ ही इमरजेंसी सेवाओं में बेड्स की संख्या बढ़ जाएगी।

गंभीर रूप से बीमार मरीजों के इलाज और देखभाल में सुधार लाने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली में एक और क्रिटिकल केयर ब्लॉक खोला जाएगा। यह क्रिटिकल केयर ब्लॉक जय प्रकाश नारायण एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के परिसर में स्थापित किया जाएगा। यह जानकारी सोमवार को इस प्रमुख अस्पताल के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास ने दी। इस ब्लॉक की क्षमता 200 मरीजों की होगी।
400 बेड की हो जाएगी क्षमता
इसके बाद एम्स के क्रिटिकल केयर ब्लॉक की क्षमता 200 से बढ़कर 400 बेड की हो जाएगी। सोमवार को एम्स के निदेशक प्रो. एम श्रीनिवास ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान बताया कि यह न सिर्फ एक अतिरिक्त सुविधा होगी, बल्कि गंभीर रूप से बीमार मरीजों को संभालने की क्षमता और तौर-तरीकों को भी बदल देगी। इस नए ब्लॉक में सबसे गंभीर मरीजों के इलाज के लिए अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण लगाए जाएंगे।
इमरजेंसी वार्ड का विस्तार
दिल्ली एम्स के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास ने बताया कि यह क्रिटिकल केयर ब्लॉक मौजूदा इमरजेंसी वार्ड का विस्तार होगा। इसके अगले दो वर्षों में तैयार होने की संभावना है। इसमें गंभीर और जरूरी मामलों के इलाज के लिए उन्नत चिकित्सा तकनीकें होंगी। मौजूदा इमरजेंसी वार्ड में 200 बेड हैं। औसतन, लगभग 700 से 800 मरीज रोजाना एम्स इमरजेंसी में आते हैं। कई मरीज भर्ती नहीं हो पाते हैं। बेड खाली नहीं होने से प्रतीक्षा सूची लंबी है।
इन्फेक्शस डिजीज सेंटर भी बनेगा
डॉ. एम. श्रीनिवास ने कहा कि नए क्रिटिकल केयर ब्लॉक में 200 बेड जुड़ने से कुछ हद तक इमरजेंसी का बोझ कम होगा। क्रिटिकल केयर ब्लॉक के अलावा एक संक्रामक रोग केंद्र भी स्थापित किए जाने की संभावना है। दिल्ली एम्स पूरे भारत में सभी एम्स में मरीजों को निर्बाध रूप से रेफर करने की सुविधा के लिए वन एम्स रेफरल पॉलिसी पर भी काम कर रहा है। कोविड के दौरान बने टेलीकंसल्टेशन नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है।