AAP प्रत्याशी अवध ओझा ने बताया श्रीराम को पाने T=T+T का फॉर्मूला, बोले- हम असली राम वाले
- भाजपा के हमलावर होने के बाद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने कहा था कि रावण ने सोने के हिरण का रूप धारण किया था। अब भाजपा रावण के सम्मान में मेरे खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। भाजपा नेता राक्षसी प्रवृत्ति हैं।'
आगामी विधानसभा चुनाव से पहले दिल्ली में भगवान राम का नाम भी जोर-शोर से लिया जा रहा है और दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और AAP खुद को ज्यादा बड़ा और सच्चा राम भक्त बताने में लगे हुए हैं। आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक चुनावी सभा में रामायण का जिक्र करते हुए सीताहरण से जुड़ी गलत कहानी बता दी थी, जिसके बाद वे भाजपा के निशाने पर आ गए थे। वहीं अब AAP नेता और पटपड़गंज से पार्टी के उम्मीदवार अवध ओझा ने अपनी पार्टी को असली राम वाला और बाकियों को फर्जी राम वाला बताया है। साथ ही उन्होंने राम को पाने के लिए T=T+T का एक फॉर्मूला भी बताया।
एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए AAP नेता ने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा कि वो 'ये सब फर्जी राम वाले हैं और हम असली राम वाले हैं। वे राम के जीवन से जुड़े 10 सूत्रों को भी नहीं समझा सकेंगे।' आगे उन्होंने कहा, 'गंगा बड़ी गोदावरी, तीर्थों में बड़ा प्रयाग, सबसे बड़ी अयोध्यानगरी, जहां जन्मे श्रीराम और हम उसी अयोध्यानगरी से हैं।'
बताया राम को पाने T+T=T का फॉर्मूला
ओझा ने आगे बताया, 'भगवान राम जो हैं वो सारे संसार के लिए एक मानक हैं।' इसके बाद भगवान राम को पाने का फॉर्मूला बताते हुए उन्होंने कहा, 'T+T=T यानी त्याग+तपस्या=तमन्ना।' उन्होंने कहा, 'जिसको भी जीवन में कुछ पाना है, उसको भगवान राम के आदर्शों पर चलना होगा।'
पटपड़गंज से AAP उम्मीदवार ओझा ने आगे कहा, 'भगवान राम श्री बनकर निकले राजमहल से और भगवान बनकर लौटे, प्रभु राम बनकर लौटे। वो आदर्श हैं, हर प्राणी के लिए, हर जीव के लिए। सबके जीवन में चुनौतियां हैं और सबको जीवन में तपस्या और संघर्ष करना ही पड़ेगा, तो किसी एक के नहीं हैं सबके हैं।'
इससे पहले दिल्ली चुनाव में खुद को बड़ा रामभक्त लगाने की होड़ तब शुरू हो गई, जब सोमवार को AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने एक चुनावी सभा में रामायण का हवाला देते हुए कहा था कि सोने के हिरण के रूप में आए रावण ने सीता का अपहरण उस समय किया था जब भगवान राम भोजन की तलाश में बाहर गए थे।
भाजपा नेताओं ने इस पर आपत्ति जताते हुए केजरीवाल पर रामायण को गलत तरीके से उद्धृत करने और भगवान राम तथा सीता का अपमान करने का आरोप लगाया था। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने तो इस मसले को लेकर केजरीवाल को ‘अधर्मी’ तक बता दिया था और रामायण की गलत व्याख्या करने के लिए उपवास की घोषणा कर दी थी।
भाजपा ने केजरीवाल की गलती को उजागर करते हुए कहा कि हिरण बनकर रावण नहीं आया था, बल्कि वह तो इस महाकाव्य का एक अन्य चरित्र ‘मामा मारीच’ था, जिसने भगवान राम को भटकाने के लिए सोने के हिरण का रूप धारण किया था और फिर रावण ने सीता का अपहरण किया था।
भाजपा के हमलावर होने के बाद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा, ‘मैंने कल कहा था कि रावण ने सोने के हिरण का रूप धारण किया था। जिसके बाद से भाजपा रावण के सम्मान में मेरे खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। भाजपा नेता मेरे घर के बाहर धरने पर बैठे हैं कि मैंने रावण का अपमान क्यों किया।’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘भाजपा वालों को रावण से बहुत प्यार है, उनमें राक्षसी प्रवृत्ति है।’ (एजेंसी इनपुट के साथ)