
विदेश में बैठकर हरियाणा से रंगदारी वसूल रहे 50 गैंगस्टर, STF की रिपोर्ट से खुलासा
संक्षेप: हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक हालिया रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि विदेश में बैठकर 50 से अधिक गैंगस्टर प्रदेश के नामचीन लोगों से रंगदारी वसूल रहे हैं। इसके साथ ही फोन कॉल, हत्या और दूसरे संगीन अपराधों को भी अंजाम दे रहे हैं।
हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक हालिया रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि विदेश में बैठकर 50 से अधिक गैंगस्टर प्रदेश के नामचीन लोगों से रंगदारी वसूल रहे हैं। इसके साथ ही फोन कॉल, हत्या और दूसरे संगीन अपराधों को भी अंजाम दे रहे हैं। एसटीएफ की रिपोर्ट के अनुसार, ये गैंगस्टर और उनके गुर्गे फर्जी दस्तावेजों पर पासपोर्ट बनवाकर अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, थाईलैंड, कंबोडिया और खाड़ी देशों में छिपे हुए हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन गई है।

दरअसल, पहले गैंगस्टरों का नेटवर्क भारत की जेलों तक ही सीमित था, लेकिन अब यह ग्लोबल हो चुका है। एसटीएफ की रिपोर्ट के मुताबिक, ये अपराधी न सिर्फ विदेश में रहकर सुरक्षित महसूस कर रहे हैं, बल्कि अपने आपराधिक नेटवर्क को भी आसानी से चला रहे हैं। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुख्यात रोहित गोदारा, फरीदाबाद के नीरज फरीदपुरिया और हिमांशु भाऊ जैसे नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं।
एल्विश यादव के घर पर फायरिंग की ली थी जिम्मेदारी : गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने पिछले महीने ही गुरुग्राम में यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी।
इस साल अब 55 लोगों से मांगी गई रंगदारी : विदेश में बैठे इन गैंगस्टरों का मुख्य हथियार है रंगदारी। ये बड़े कारोबारियों, बिल्डरों और यहां तक कि सामान्य लोगों को भी धमकी भरे फोन कॉल कर लाखों-करोड़ों रुपये की मांग कर रहे हैं। साल 2024 में हरियाणा में 99 लोगों को रंगदारी के लिए फोन किया गया था। इसके बाद एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए 310 लोगों को गिरफ्तार किया। इस अगस्त 2025 तक 55 से अधिक लोगों को रंगदारी के लिए फोन किया गया, जिसके बाद 225 लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह आंकड़े दिखाते हैं कि इन अपराधों को अंजाम देने के लिए गैंगस्टरों ने भारत में अपने गुर्गों का एक बड़ा नेटवर्क तैयार कर रखा है। इसके अलावा 27 अपराधियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है।
पैसा पहुंचाने के हाईटेक तरीके
गैंगस्टर अब रंगदारी के पैसों को लेने के लिए पुराने तरीकों का इस्तेमाल नहीं करते। रंगदारी का पैसा इन तक दो तरीकों बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी और हवाला नेटवर्क से पहुंचता है। क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करना इनके लिए एक सुरक्षित तरीका है। हवाला का नेटवर्क बिना किसी बैंक या वित्तीय संस्था के पैसों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाता है।
विदेश में बैठे प्रमुख गैंगस्टर: हिमांशु भाऊ, लिपिन नेहरा, गोल्डी बराड़, फरीदपुरिया, नीरज, अनमोल बिश्नोई, सुनील सरधारनिया।
विदेश से लाए गए गैंगस्टर
| गैंगस्टर | देश |
|---|---|
| जोगेंद्र | ग्योंग फिलीपींस |
| राकेश उर्फ काला खैरमपुर | थाईलैंड |
| रोहित | थाईलैंड |
| नरेश नरसी | आर्मेनिया |
| राजू बसौदी | थाईलैंड |
| कुणाल जूल | कजाकिस्तान |
| विकास लगरपुरिया | दुबई |
| कौशल चौधरी | दुबई |
| मैनपाल बादली | कंबोडिया |
डार्क वेब के इस्तेमाल की ट्रेनिंग दिला रहे
गैंगस्टरों ने सिर्फ अपने ठिकाने ही नहीं बदले, बल्कि खुद को तकनीकी रूप से भी उन्नत बना लिया है। रिपोर्ट बताती है कि पुलिस को चकमा देने के लिए ये गैंगस्टर अपने गुर्गों को साइबर सिक्योरिटी और डार्क वेब के इस्तेमाल करने की ट्रेनिंग दिला रहे हैं। ये अपनी लोकेशन लगातार बदलते रहते हैं और डार्क वेब जैसे गुप्त इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।
सतीश बालन, आईजी एसटीएफ हरियाणा, ''एसटीएफ अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम कर रही है। बीते दो सालो में डेढ़ हजार से ज्यादा बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। अब तक नौ गैंगस्टर को विभिन्न देशों से भारत लाया जा चुका है। विदेशों में बैठे गैंगस्टर के बारे में एसटीएफ के पास पूरी जानकारी है। एसटीएफ उन्हे ढूंढ निकालेगी।''





