
जो खुद को कहते थे उनका दोस्त, आखिरी घड़ी में नहीं की मदद; जुबिन की पत्नी ने किन-किन पर उठाई उंगुली
संक्षेप: जुबिन की पत्नी ने कहा कि आखिरी पलों के वीडियो में स्पष्ट हो रहा है कि वह बहुत थके हुए थे और यह उन लोगों की जिम्मेदारी थी, जो उनके साथ थे। सिद्धार्थ, उनके संगीतकार शेखर गोस्वामी को उन्हें तुरंत पानी से बाहर निकालना चाहिए था।
दिवंगत गायक जुबिन गर्ग की पत्नी गरिमा सैकिया गर्ग ने सोमवार को कहा कि उनका परिवार यह जानना चाहता है कि जुबिन के अंतिम क्षणों में ऐसा क्या हुआ था, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि इस मामले की उचित जांच होनी चाहिए। गरिमा ने गुवाहाटी में गायक की मृत्यु के ग्यारहवें दिन होने वाले अनुष्ठानों के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम जानना चाहते हैं कि उनके साथ क्या हुआ, ऐसा क्यों हुआ और यह लापरवाही कैसे हो सकती है? हम जवाब चाहते हैं।’’
गरिमा ने कहा कि जो लोग उनके साथ नौका पर (उनकी मृत्यु से पहले) और घटनास्थल पर थे, उन्हें ‘‘इसका उत्तर देना होगा’’। गरिमा ने कहा, ‘‘जब उन्हें पता था कि जुबिन तैरने की हालत में नहीं हैं, तो उन्हें पानी से क्यों नहीं निकाला गया? वे ऐसा कर सकते थे।’’ उन्होंने बताया कि जुबिन के प्रबंधक सिद्धार्थ शर्मा को पता था कि उनको पानी या आग के पास नहीं जाना चाहिए, क्योंकि इससे उन्हें मिर्गी का दौरा पड़ सकता है।
जो खुद को दोस्त कहते थे, उन्होंने नहीं की मदद
गरिमा ने नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत के बारे में कहा कि उनके पास महंत के बारे में कहने के लिए कुछ नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से उनकी जिम्मेदारी थी, क्योंकि जुबिन उनके द्वारा आयोजित महोत्सव में शामिल होने गए थे। गरिमा ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने (महंत ने) जुबिन को अपना दोस्त बताया, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा कि कैसे उन्होंने जुबिन जैसे कलाकार को न तो कोई चिकित्सा सहायता दी, न ही कोई सुरक्षा, न ही उनके रहने-खाने या उनकी देखभाल का कोई खास इंतजाम किया। उन्होंने जुबिन के लिए कुछ नहीं किया।’’
गरिमा ने कहा- मुझे न्याय चाहिए!
दिवंगत गायक की पत्नी ने कहा कि जुबिन के आखिरी पलों के वीडियो में स्पष्ट हो रहा है कि वह ‘‘बहुत थके हुए थे और यह उन लोगों की जिम्मेदारी थी, जो उनके साथ थे। सिद्धार्थ, उनके संगीतकार शेखर गोस्वामी और असम एसोसिएशन के सदस्यों को उन्हें तुरंत पानी से बाहर निकालना चाहिए था।’’ गरिमा ने कहा, ‘‘मुझे न्याय चाहिए! मैं उचित जांच और हमारे सभी सवालों के जवाब चाहती हूं। मुझे जांच प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है।’’
उन्होंने कहा कि परिवार को उम्मीद थी कि जुबिन के साथ गए लोग उनका ध्यान रखेंगे, लेकिन ‘‘अब हमें एहसास हुआ कि उन्होंने ऐसा नहीं किया’’। जुबिन द्वारा निर्धारित दवाएं लेने के सवाल पर गरिमा ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने दवाएं ली थीं या नहीं, लेकिन जब वह सिंगापुर गए थे तो यहां से उनकी दवाएं उनके साथ भेजी गई थीं। उन्होंने कहा, ‘‘अगस्त 2024 में दौरा पड़ने के बाद से वह केवल एक दवा लेते थे और मैंने यह सुनिश्चित किया था कि वे जहां भी जाएं, चाहे घर में हों, कार में हों या स्टूडियो में, उनकी दवाएं वहां मौजूद हों।’’
जुबिन के साथ सिंगापुर क्यों नहीं गईं?
गरिमा से सवाल किया गया कि वह जुबिन के साथ सिंगापुर क्यों नहीं गईं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि कई घरेलू जिम्मेदारी थी, उनके पिता और मेरे माता-पिता दोनों ही अस्वस्थ थे और उनकी देखभाल करने वाले कुछ लोग छुट्टी पर थे। दिवंगत गायक की पत्नी ने कहा, ‘‘मुझे दुर्गा पूजा से पहले इन मुद्दों को सुलझाना था, क्योंकि सिंगापुर से लौटने के बाद उनके महोत्सव कार्यक्रम शुरू होने थे और मेरी योजना उस समय उनके साथ जाने की थी।’’
उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक गायक का मोबाइल फोन नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि जुबिन ने घटना के एक दिन पहले उनसे बात की थी और नौका यात्रा की योजना के बारे में कुछ नहीं बताया था। गरिमा ने कहा, ‘‘वह आमतौर पर इन चीजों को लेकर बहुत उत्साहित रहते थे और मुझे आश्चर्य है कि उन्होंने इसके बारे में बात नहीं की। शायद उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी।’’
गायक के किसी भी वित्तीय लेन-देन की जानकारी नहीं
प्रबंधक द्वारा किसी वित्तीय अनियमितता के सवाल पर गरिमा ने कहा कि उन्हें गायक के किसी भी वित्तीय लेन-देन की जानकारी नहीं है, क्योंकि उन्होंने शुरू से ही स्पष्ट कर दिया था कि ‘‘मुझे उनके पेशेवर और व्यापारिक लेन-देन में शामिल नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे दूसरों के लिए समस्या पैदा हो सकती है।’’
गरिमा ने कहा कि वह हमेशा से जुबिन के पेशेवर गतिविधियों से दूर रही हैं, लेकिन अब ‘‘मैं दूसरों से ये सुन रही हूं और इसलिए मुझे अब इन मुद्दों के बारे में और अधिक जानना होगा।’’उन्होंने कहा कि जुबिन के शब्दों से उन्हें ताकत मिलती थी, क्योंकि वह हमेशा कहते थे कि वह ‘‘एक बाघ हैं और इसलिए मुझे भी मुश्किल समय में एक बाघिन बनना चाहिए’’। गरिमा ने शोक संतप्त परिवार को अपार समर्थन और सबलता प्रदान करने के लिए पूरे राज्य के लोगों को धन्यवाद दिया।





