Hindi NewsIndia NewsZubeen Garg fans attack convoy taking accused to Assam jail, set police vehicles on fire; several cops injured
जुबिन गर्ग के मामले में पुलिस-पब्लिक में खूनी भिड़ंत, भारी पथराव के बाद आगजनी; कई पुलिसकर्मी घायल

जुबिन गर्ग के मामले में पुलिस-पब्लिक में खूनी भिड़ंत, भारी पथराव के बाद आगजनी; कई पुलिसकर्मी घायल

संक्षेप: उग्र भीड़ ने मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों पर पथराव किया। इसके बाद उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन भीड़ तितर-बितर नहीं हो पाई। उग्र भीड़ और भड़क गई और पुलिस और स्थानीय नागरिकों के वाहनों में आग लगा दी।

Wed, 15 Oct 2025 07:03 PMPramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, गुवाहाटी
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असम के बक्सा जिले में आज (बुधवार, 15 अक्टूबर को) उस समय भारी तनाव उत्पन्न हो गया, जब प्रसिद्ध गायक जुबिन गर्ग की मौत मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों को पुलिस जेल से अदालत ले जा रही थी। तभी सैकड़ों लोग अचानक सड़क पर जमा हो गए और पाँचों आरोपियों को ले जा रहे पुलिस काफिले पर पथराव करना शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ीं और लाठीचार्ज भी करना पड़ा।

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दरअसल, जुबिन गर्ग केस की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआईटी) बुधवार की सुबह अदालत में पेशी के लिए पाँचों आरोपियों को जेल से लेकर जा रही थी, तभी आक्रोशित लोगों ने जुबिन को न्याय दिलाने की मांग करते हुए जेल के बाहर पुलिस से उन आरोपियों को सौंपने की मांग की और देखते ही देखते भीड़ पुलिस दल पर पथराव करने लगी।

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पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे

उग्र भीड़ ने मौके पर पुलिस और नागरिकों के कई वाहनों में आग भी लगा दी। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, लेकिन भीड़ तितर-बितर नहीं हो पाई। उग्र भीड़ के पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। बाद में पुलिस ने दो प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया, जिन्हें बाद में लोगों के दबाव के कारण रिहा कर दिया गया।

एक पत्रकार समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी

इस घटना में पुलिस के तीन वाहन जलकर राख हो गए हैं, जबकि एक पत्रकार समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। बाद में पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद पाँचों को कड़ी सुरक्षा के बीच फिर से बक्सा ज़िला जेल ले जाया गया। हिंसा के बाद बक्सा जेल के पास और मुशालपुर शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और आगे किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए आरएएफ कर्मियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा अक्सा जिले में इंटरनेट सेवाएं अस्थाई तौर पर निलंबित कर दी गई हैं।

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जूडिशियल कस्टडी में भेजे गए लोग कौन?

न्यायिक हिरासत में भेजे गए लोगों में दो मुख्य आरोपी, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत और ज़ुबिन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा शामिल हैं, जिन्हें 1 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। अन्य आरोपियों में ज़ुबीन का चचेरा भाई और असम पुलिस सेवा का निलंबित अधिकारी संदीपन गर्ग शामिल है, जो उनके साथ सिंगापुर गया था; और ज़ुबिन के दो निजी सुरक्षा अधिकारी, नंदेश्वर बोरा और परेश बैश्य, जिन्हें 10 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।

Pramod Praveen

लेखक के बारे में

Pramod Praveen
भूगोल में पीएचडी और पत्रकारिता एवं जनसंचार में स्नातकोत्तर उपाधि धारक। ईटीवी से बतौर प्रशिक्षु पत्रकार पत्रकारिता करियर की शुरुआत। कई हिंदी न्यूज़ चैनलों (इंडिया न्यूज, फोकस टीवी, साधना न्यूज) की लॉन्चिंग टीम का सदस्य और बतौर प्रोड्यूसर, सीनियर प्रोड्यूसर के रूप में काम करने के बाद डिजिटल पत्रकारिता में एक दशक से लंबे समय का कार्यानुभव। जनसत्ता, एनडीटीवी के बाद संप्रति हिन्दुस्तान लाइव में कार्यरत। समसामयिक घटनाओं और राजनीतिक जगत के अंदर की खबरों पर चिंतन-मंथन और लेखन समेत कुल डेढ़ दशक की पत्रकारिता में बहुआयामी भूमिका। कई संस्थानों में सियासी किस्सों का स्तंभकार और संपादन। और पढ़ें
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