
डी राजा के बाद किसके हाथ में होगी सीपीआई की कमान? रेस में ये 2 नाम
संक्षेप: सीपीआई का 11-सदस्यीय केंद्रीय सचिवालय में के. नारायण, नागेंद्र नाथ ओझा, अजीज पाशा, एनी राजा (डी. राजा की पत्नी), आर.के. पांडा और पलाब सेनगुप्ता जैसे नेता शामिल हैं। इस फैसले को दिशा देने में अहम भूमिका निभाएगा।
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) इन दिनों अपने नेतृत्व को लेकर उहापोह की स्थिति में है। अगले सप्ताह चंडीगढ़ में होने वाले 25वें पार्टी अधिवेशन से पहले यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि मौजूदा महासचिव डी. राजा के 75 वर्ष की आयु सीमा पार करने के बाद पार्टी की कमान किसके हाथों में जाएगी। डी. राजा 2019 से सीपीआई के महासचिव हैं और 2022 में दोबारा इस पद पर निर्वाचित हुए थे। वे पार्टी के सबसे पहचानने योग्य चेहरों में से एक रहे हैं। लेकिन तय आयु सीमा से अधिक हो जाने के कारण अब नेतृत्व परिवर्तन की संभावना तेज हो गई है।

रेस में इनके हैं नाम?
अमरजीत कौर: CPI की ट्रेड यूनियन शाखा एआईटीयूसी की महासचिव और जुझारू महिला नेता के तौर पर प्रसिद्ध अमरजीत कौर का नाम सबसे आगे है। संगठनात्मक क्षमता और भाषण शैली के कारण उन्हें मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
बिनॉय विश्वम: हाल ही में केरल सीपीआई के राज्य सचिव के रूप में पुनः चुने गए। चुनावी राज्य केरल में पार्टी की भूमिका पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, लेकिन महासचिव पद के दावेदारों में उनका नाम भी शामिल है।
केंद्रीय सचिवालय की भूमिका अहम
सीपीआई का 11-सदस्यीय केंद्रीय सचिवालय में के. नारायण, नागेंद्र नाथ ओझा, अजीज पाशा, एनी राजा (डी. राजा की पत्नी), आर.के. पांडा और पलाब सेनगुप्ता जैसे नेता शामिल हैं। इस फैसले को दिशा देने में अहम भूमिका निभाएगा।
पार्टी कांग्रेस से उम्मीदें
पार्टी सूत्रों का कहना है कि जिस तरह सीपीएम ने हाल ही में एम.ए. बेबी को महासचिव बनाकर नेतृत्व परिवर्तन किया, उसी तरह सीपीआई में भी नई पीढ़ी के नेतृत्व को मौका देने का रास्ता खुल सकता है।





