उपराष्ट्रपति चुनाव में हुई क्रॉस वोटिंग? इन दो दलों पर उठे सवाल; सीपी राधाकृष्णन को 14 वोट ज्यादा मिले
राधाकृष्णन को कुल 452 वोट मिले हैं, जबकि एनडीए के पास 427 सांसदों के वोट थे। वहीं, जगन मोहन रेड्डी की अगुवाई वाली YSRCP के 11 सांसद भी एनडीए उम्मीदवार को समर्थन दे रहे थे। अब उनको मिले अतिरिक्त 14 मतों को लेकर कई चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में चल रही हैं।

उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं और NDA उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन निर्वाचित हुए हैं। मंगलवार को आए रिजल्ट ने सभी को हैरान किया है, क्योंकि राधाकृष्णन के खाते में उम्मीद से करीब 14 वोट ज्यादा पहुंचे हैं। भारतीय जनता पार्टी का दावा है कि विपक्ष के कई सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है और एनडीए उम्मीदवार का साथ दिया है। वहीं, विपक्ष से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
यहां समझें नंबर गेम
राधाकृष्णन को कुल 452 वोट मिले हैं, जबकि एनडीए के पास 427 सांसदों के वोट थे। वहीं, जगन मोहन रेड्डी की अगुवाई वाली YSRCP के 11 सांसद भी एनडीए उम्मीदवार को समर्थन दे रहे थे। अब उनको मिले अतिरिक्त 14 मतों को लेकर कई चर्चाएं राजनीतिक गलियारों में चल रही हैं। इधर, विपक्षी गठबंधन INDIA के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी को मिले 15 वोट अवैध माने गए।
राज्यसभा के महासचिव और निर्वाचन अधिकारी पी सी मोदी ने नतीजों की घोषणा की और कहा कि कुल 98.2 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने बताया कि इस मतदान में निर्वाचक मंडल के कुल 781 सदस्यों में से 767 (एक डाक मतपत्र समेत) ने मतदान किया था, जिसमें 15 वोट अवैध करार दिए गए।
उप राष्ट्रपति के चुनाव के लिए, निर्वाचक मंडल में राज्यसभा के 233 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में पांच सीटें रिक्त हैं) एवं 12 मनोनीत सदस्य तथा लोकसभा के 543 निर्वाचित सदस्य (वर्तमान में एक सीट रिक्त है) शामिल थे। निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य (वर्तमान में 781) हैं। बीजू जनता दल (बीजद), भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने चुनाव से दूर रहने का फैसला किया था।
किसने किया क्रॉस वोट?
हिन्दुस्तान टाइम्स के अनुसार, एनडीए के कुछ नेताओं ने कहा कि झारखंड और महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों से विपक्षी सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है। भाजपा के एक पदाधिकारी ने अखबार को बताया, 'दोनों राज्यों में उनके पक्ष में कुछ भावनाएं थीं।' खास बात है कि वह दोनों राज्यों के राज्यपाल रह चुके हैं। वहीं, कुछ विपक्षी नेता आम आदमी पार्टी और शिवसेना (यूबीटी) को जिम्मेदार बता रहे हैं, लेकिन दोनों दलों ने आरोपों से इनकार किया है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि एनडीए को मिले 25 ज्यादा वोट बताते हैं कि कुछ विपक्षी नेताओं ने राधाकृष्णन के लिए मतदान किया है। उन्होंने कहा, 'सदन में एनडीए की ताकत 427 थी और 25 वोट ज्यादा मिले। यह साफतौर पर दिखाता है कि प्रधानमंत्री की नीतियां और नेतृत्व... देश को प्रगति, समृद्धि और समावेशी विकास के पथ पर ले जा रही हैं, जिसका असर एनडीए और भाजपा के खिलाफ खड़े नेताओं में भी नजर आता है।'
रिपोर्ट के अनुसार, मामले के जानकार एक शख्स ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगियों ने राधाकृष्णन को वोट के लिए बड़ा अभियान चलाया था। उन्होंने कहा, 'व्हिप नहीं था, लेकिन डीएमके, टीएणसी और आरजेडी जैसे दल खुलकर INDIA गुट के उम्मीदवार कोसमर्थन दे रहे थे। वोटिंग पैटर्न और 15 वोटों का अवैध माना जाना दिखाता है कि विपक्ष की कथित एकता में दरार है।'
राधाकृष्णन को वोट देने वाले सभी सांसदों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए लोकसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक संजय जायसवाल ने कहा कि राजग उम्मीदवार ने 452 वोट हासिल करके उपराष्ट्रपति चुनाव जीता और उन्हें कुछ विपक्षी सांसदों का भी समर्थन मिला। उन्होंने कहा, 'विपक्षी खेमे के लगभग 40 सांसदों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर राजग के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार राधाकृष्णन का समर्थन किया।' उन्होंने संसद भवन परिसर में पीटीआई-वीडियो से कहा, 'हम उनके प्रति भी आभार व्यक्त करते हैं।'




