दीर्घकालिक शांति का यही सही रास्ता... PM मोदी ने गाजा पर ट्रम्प के 20 सूत्री प्लान का यूं किया स्वागत
संक्षेप: प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा है कि हमें उम्मीद है कि सभी संबंधित पक्ष राष्ट्रपति ट्रम्प की इस पहल के साथ एकजुट होंगे और गाजा में जारी संघर्ष को समाप्त करने और वहां शांति सुनिश्चित करने के इस प्रयास का समर्थन करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा में युद्ध समाप्त करने के 20-सूत्री प्रस्ताव का स्वागत किया है और इसे मिडिल-ईस्ट समेत गाजा पट्टी में दीर्घकालिक और स्थायी शांति, सुरक्षा और विकास का सही और व्यावहारिक रास्ता करार दिया है। मंगलवार को सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा कि वह राष्ट्रपति ट्रंप के इस प्रस्ताव का स्वागत करते हैं। उन्होंने विश्वास जताया है कि हमास और इजरायल यानी संबंधित पक्ष इसको स्वीकार करेंगे।
उन्होंने लिखा, “हम राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प द्वारा गाजा संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक व्यापक योजना की घोषणा का स्वागत करते हैं। यह फिलिस्तीनी और इज़रायली लोगों के साथ-साथ व्यापक पश्चिम एशियाई क्षेत्र के लिए दीर्घकालिक और स्थायी शांति, सुरक्षा और विकास का एक व्यावहारिक मार्ग प्रदान करता है। हमें उम्मीद है कि सभी संबंधित पक्ष राष्ट्रपति ट्रम्प की पहल के साथ एकजुट होंगे और संघर्ष को समाप्त करने और शांति सुनिश्चित करने के इस प्रयास का समर्थन करेंगे।”
72 घंटों के भीतर बंधकों की रिहाई
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार को वाशिंगटन में गाजा युद्ध को समाप्त करने, 72 घंटों के भीतर बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने, हमास को निरस्त्र करने और गाजा पट्टी के लिए एक शासी निकाय स्थापित करने के लिए 20-सूत्रीय योजना की घोषणा की है। दोनों नेताओं ने सोमवार को वाइट हाउस में एक साथ खड़े होकर गाजा में 724 दिनों से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से अमेरिकी शांति योजना पर इजरायल की सहमति की घोषणा की।
संशय के बादल अभी भी मंडरा रहे क्यों?
हालांकि, अभी भी इस 20 सूत्री प्लान को अमली जामा पहनाने पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि हमास उस वार्ता में शामिल नहीं था। इसीलिए अटकलें लगाई जा रही हैं कि हमास इन शर्तों को स्वीकार करता है या नहीं। वैसे ट्रंप ने शर्तों का पालन नहीं करने पर हमास को खुली चेतावनी भी दी है।
गाजा के शासी निकाय में टोनी ब्लेयर भी शामिल होंगे
इससे पहले ट्रम्प ने 20 सूत्री प्रस्ताव रखते हुए सोमवार को शांति के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया और तत्काल युद्ध विराम और इजरायल की औपचारिक स्वीकृति के 72 घंटों के भीतर शेष सभी बंधकों की रिहाई का वादा किया। इस योजना में चरणबद्ध तरीके से गाजा पट्टी से इजरायल की वापसी, हमास का निरस्त्रीकरण, सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई और ट्रम्प की अध्यक्षता में गाजा के लिए एक अस्थायी अंतरराष्ट्रीय शासी निकाय की स्थापना करना शामिल है। इस निकाय में पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर भी शामिल होंगे।
मुस्लिम देशों को धन्यवाद
योजना में गाजा को एक कट्टरपंथ मुक्त, आतंक मुक्त क्षेत्र के रूप में देखा गया है जो अब इजरायल या पड़ोसी देशों के लिए खतरा नहीं है। वाईनेट न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू को वहां जाकर काम करने के लिए धन्यवाद दिया और अमेरिकी संरचना का समर्थन करने के लिए सऊदी अरब, कतर, मिस्र, जॉर्डन, तुर्की, पाकिस्तान और इंडोनेशिया सहित अरब और मुस्लिम नेताओं की प्रशंसा की। ट्रम्प ने कहा कि अगर हमास इसे स्वीकार कर लेता है, तो इस प्रस्ताव में सभी शेष बंधकों को तत्काल रिहा कर दिया जाएगा लेकिन किसी भी स्थिति में 72 घंटे से अधिक समय नहीं लगेगा।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ट्रंप के प्लान पर समर्थन की पुष्टि की है और इस समझौते को अपनी सरकार के युद्ध उद्देश्यों से जोड़ा। उन्होंने कहा कि योजना हमारे सभी उद्देश्यों को प्राप्त करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमास से उसका राजनीतिक नियंत्रण एवं सैन्य क्षमता छीन ली जाएगी। (एजेंसी इनपुट्स के साथ)





