अमेरिकी सेना का विमान 200 भारतीयों को कहां छोड़ेगा, कुल कितने लोग निकाले जा रहे; हर अपडेट
- अब तक यह जानकारी स्पष्ट नहीं है कि अमेरिकी फ्लाइट में कितने लोग सवार हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इनकी संख्या कम से कम 150 से 200 तक हो सकती है। फिलहाल अमेरिकी प्रशासन ने 5000 लोगों को चुना है, जिन्हें वापस भेजा जा रहा है।

अमेरिका से अवैध प्रवासियों की विदाई की जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने सत्ता में आते ही अवैध प्रवासियों को चिह्नित करके उन्हें वापस भेजना शुरू कर दिया है। इसके अलावा जिनके पास वैध दस्तावेज नहीं हैं और उनकी वापसी वाले देश की जानकारी नहीं मिल पा रही है, उन्हें ग्वांतानामो बे जेल में रखा जा रहा है। इस बीच 205 भारतीयों को लेकर अमेरिकी सेना के सी-17 एयरक्राफ्ट के रवाना होने की खबर है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार इन लोगों को भारत में किसी लोकेशन पर अमेरिकी विमान छोड़कर जाएगा। इस संदर्भ में भारत सरकार से भी अमेरिकी प्रशासन की बात हुई है और भारत ने अपने उन नागरिकों को वापस लेने पर सहमति जताई है, जो अवैध रूप से अमेरिका गए थे।
अब तक यह जानकारी स्पष्ट नहीं है कि अमेरिकी फ्लाइट में कितने लोग सवार हैं, लेकिन माना जा रहा है कि इनकी संख्या कम से कम 150 से 200 तक हो सकती है। फिलहाल अमेरिकी प्रशासन ने 5000 लोगों को चुना है, जिन्हें वापस भेजा जा रहा है। इन लोगों को अल पासो, टेक्सास, सैन डिएगो और कैलिफॉर्निया से भेजा जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार जिन भारतीयों को भेजा जा रहा है, उनमें से ज्यादातर टेक्सास के ही हैं। अब तक अमेरिकी सरकार ने कुल 15 लाख अवैध प्रवासियों को चिह्नित किया है, जिन्हें भेजा जाना है। इनमें से 18 हजार भारतीय हैं। कुल मिलाकर अमेरिकी प्रशासन के अनुसार अमेरिका में 7 लाख 25 हजार भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं। अमेरिका में बसे अवैध लोगों की आबादी में भारतीयों का स्थान तीसरे नंबर पर है, जबकि पहले पर मेक्सिको और दूसरे पर अल सल्वाडोर हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया है। एक तरफ वह अवैध लोगों को भेजने का अभियान छेड़े हुए हैं तो वहीं मेक्सिको की सीमा पर बॉर्डर इमरजेंसी लागू है और दीवार भी बनवाई जा रही है। अब तक ट्रंप प्रशासन ने 6 फ्लाइट्स से अवैध प्रवासियों को लैटिन अमेरिकी देशों में भेजा है। पहली बार भारतीयों को फ्लाइट से वापस भेजा जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन का कहना है कि यह अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा ऐक्शन है, जिसमें प्रवासियों को उनके मूल देश भेजा जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि हम अवैध प्रवासियों को उनके मूल स्थान का पता लगा रहे हैं और उन्हें वापस भेज रहे हैं।’
बीते एक साल में अमेरिका से भेजे गए हैं 1100 भारतीय
एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार पहले भी भारत से गए अवैध प्रवासियों को भेजा जा चुका है। ऐसे 1100 लोगों को अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 के दौरान भेजा गया था। ऐसी आखिरी फ्लाइट अमेरिका से भारत 22 अक्टूबर को आई थी। इस विमान में 100 भारतीय सवार थे। बीते कुछ सालों में ऐसे लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है, जिन्हें अमेरिका से भेजा गया है। अब डोनाल्ड ट्रंप सरकार में तो इसमें बड़ा इजाफा हुआ है।