गुजरात चुनाव: आखिरी घंटे में दनादन पड़े वोट, पहले चरण में 68% मतदान
गुजरात विधानसभा के लिए पहले चरण में शनिवार को 68 फीसदी मतदान हुआ। इसके साथ ही 977 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीबी स्वैन ने बताया कि शाम 5 बजे के बाद भी...
गुजरात विधानसभा के लिए पहले चरण में शनिवार को 68 फीसदी मतदान हुआ। इसके साथ ही 977 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीबी स्वैन ने बताया कि शाम 5 बजे के बाद भी तमाम बूथों पर लोग वोट डालने के लिए लाइन में लगे थे।
राज्य में सुबह आठ बजे मतदान शुरू होने के बाद पहले दो घंटे में सुस्त रफ्तार देखी गई। पर दोपहर बाद वोटिंग में तेजी देखी गई। दक्षिण और सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के 19 जिलों की 89 सीटों पर पहले चरण में वोट डाले गए। पहले चरण में सुरेन्द्रनगर, राजकोट, मोरबी, जामनगर, देवभूमि-द्वारका, पोरबंदर, गिर-सोमनाथ, जूनागढ़, अमरेली, भावनगर, बोटाद (11 जिले सौराष्ट्र क्षेत्र के) और नर्मदा, भरूच, तापी, सूरत, नवसारी, वलसाड, डांग (सातों दक्षिण गुजरात के) और कच्छ जिले में मतदान हुआ।
दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद
पहले चरण में प्रमुख चेहरों में राजकोट पश्चिम सीट से मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, भावनगर पश्चिम से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी, पोरबंदर से भाजपा के बाबू बोखिरिया और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और मांडवी से कांग्रेस के शक्तिसिंह गोहिल की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है।
ईवीएम ब्लूटूथ से जुड़े होने की शिकायत
कांग्रेस के पोरबंदर सीट के प्रत्याशी सह पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने ईवीएम में धांधली की आशंका जताई। उन्होंने बताया कि शारदानगर के तीन बूथ पर ईवीएम ईसीओ गुजरात नाम के ब्लूटूथ से जुड़े थे। एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने इसका स्क्रीन शॉट भी लिया है। इस बारे में आयोग से शिकायत की गई है। उधर, राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि कोई ईवीएम ब्लूटूथ से जुड़ा हुआ नहीं था।
जामनगर में मतदान बहिष्कार
जामनगर के सोरठी और ध्रोल के गज्जडी समेत कुछ अन्य स्थानों पर लोगों के स्थानीय मुद्दों को लेकर मतदान का बहिष्कार करने की भी सूचना है।
सभी मतदान केंद्रों पर वीवीपैट
चुनाव आयोग ने गुजरात के सभी मतदान केंद्रों में ईवीएम के साथ वीवीपीएटी मशीनें लगाई हैं। राजकोट जिले के गोंडल स्थित एक मतदान केंद्र में वोट डालने वाले एक दिहाड़ी मजदूर ने कहा कि उन्हें यकीन है कि उन्होंने जिस पार्टी को वोट डाला, वोट उसी को गया क्योंकि वे ईवीएम के साथ लगाई गई वीवीपीएटी मशीन पर उसका चुनाव चिह्न देख रहे थे। एक महिला सोमीबेन दंतनी ने कहा, हमने जिस पार्टी को वोट किया उस पार्टी का चिह्न वीवीपीएटी में देखा। इससे हम आश्वस्त हुए कि वोट उसी को गया।
2012 में 70 फीसदी मतदान हुआ था
साल 2012 में गुजरात में दोनों चरणों को मिलाकर 71.32 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं साल 2012 में दो चरण में हुए गुजरात चुनाव के पहले चरण में सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण गुजरात में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था।