Hindi Newsदेश न्यूज़This is not perfect world Why Supreme Court says during refuses to postpone NEET-PG exam 2024

ये आदर्श दुनिया नहीं, NEET-PG परीक्षा स्थगित करने से इनकार कर सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा ऐसा?

शीर्ष अदालत ने कहा कि अगर याचिका को अनुमति दी गई तो 2 लाख छात्रों और 4 लाख अभिभावकों को नुकसान होगा। CJI ने पूछा कि 5 याचिकाकर्ताओं की मांग पर क्या हमें दो लाख छात्रों के करियर को खतरे में रखना चाहिए? CJI ने कहा कि हम इतने सारे उम्मीदवारों का करियर खतरे में नहीं डाल सकते।

ये आदर्श दुनिया नहीं, NEET-PG परीक्षा स्थगित करने से इनकार कर सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा ऐसा?
Pramod Praveen लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 9 Aug 2024 12:20 PM
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सुप्रीम कोर्ट ने रविवार (11 अगस्त) को होने वाली नीट-पीजी (NEET-PG) को परीक्षा को स्थगित करने की मांग खारिज कर दी है और इससे जुड़ी याचिका भी शुक्रवार को खारिज कर दी गई। याचिका में दावा किया गया था कि अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र के तौर पर ऐसे शहर आवंटित किए गए हैं, जहां पहुंचना उनके लिए बेहद मुश्किल और असुविधाजनक हैं। देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, जस्टिस जे बी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि वह पांच छात्रों के लिए दो लाख छात्रों के करियर को खतरे में नहीं डाल सकते।

याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े ने कहा कि राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (स्नातकोत्तर) (नीट-पीजी) को पुनर्निर्धारित करने की आवश्यकता है, क्योंकि एक परीक्षा सुबह और एक दोपहर बाद होनी है। याचिका में कहा गया कि अनेक अभ्यर्थियों को ऐसे शहर आवंटित किए गए हैं, जहां पहुंचना उनके लिए बेहद असुविधाजनक है। इसमें कहा गया कि परीक्षा शहर 31 जुलाई को आवंटित किए गए थे और विशिष्ट केंद्र आठ अगस्त को घोषित किए गए।

इस पर पीठ ने कहा, ‘‘हम ऐसी परीक्षा को कैसे स्थगित कर सकते हैं। हम दो लाख लोगों का करियर खतरे में नहीं डाल सकते। संजय हेगड़े, आजकल बस परीक्षा स्थगित करने के लिए ही कहते हैं। यह एक आदर्श दुनिया नहीं है। हम अकादमिक विशेषज्ञ भी नहीं हैं।’’

शीर्ष अदालत ने कहा कि अगर याचिका को अनुमति दी गई तो दो लाख छात्रों और चार लाख अभिभावकों को नुकसान होगा। CJI ने पूछा, "पांच याचिकाकर्ताओं की मांग पर, क्या हमें दो लाख छात्रों के करियर को खतरे में रखना चाहिए?" मुख्य न्यायाधीश ने कहा, 'सिर्फ इन याचिकाकर्ताओं की वजह से हम इतने सारे उम्मीदवारों का करियर खतरे में नहीं डाल सकते।"

बता दें कि यह परीक्षा पहले 23 जून को आयोजित होनी थी। कुछ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे ‘‘एहतियाती उपाय’’ के रूप में स्थगित कर दिया था। (भाषा इनपुट्स के साथ)

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