
भगदड़ की घटना पर ऐक्शन में तमिलनाडु पुलिस, विजय की पार्टी के नेता गिरफ्तार; क्या आरोप
संक्षेप: Karur stampede case: तमिलनाडु में मची भगदड़ के बाद पुलिस ने ऐक्शन लेना शुरू कर दिया है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक भगदड़ के बाद टीवीके का जिला सचिव भगदड़ के बाद फरार हो गया था, उसे करूर के बाहरी इलाकों में गिरफ्तार किया गया है।
तमिलनाडु के करूर में अभिनेता से नेता बने विजय की रैली में हुई भगदड़ को लेकर तमिलनाडु पुलिस ने ऐक्शन लेना शुरू कर दिया है। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस मामले में पुलिस ने अभी विजय की तमिलगा वेत्री कझगम के जिला सचिव मथियाझागन को गिरफ्तार कर लिया है। करूर में हुई भगदड़ में अभी तक 41 लोगों की जान चली गई है, जबकि 60 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती। इसलिए पुलिस ने विजय की पार्टी के पदाधिकारी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए मथियाझागन के ऊपर हत्या, गैर इरादतन हत्या और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वहीं इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक घटना के बाद दर्ज की गई एफआईआर में विजय की पार्टी के जिला सचिव को ही मुख्य आरोपी बनाया गया है।
आपको बता दें यह पूरा मामला विजय की पार्टी टीवीके द्वारा आयोजित एक राजनीतिक रैली में भारी भीड़ उमड़ने और उसके बाद मची भगदड़ में 41 लोगों की मौत के बाद शुरू हुआ। इंडियन एक्सप्रेस तमिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी की रैली में मची इस भगदड़ के बाद जिला सचिव कथित तौर पर फरार हो गया था। स्थानीय मीडिया के अनुसार, टीवीके नेता को करूर के बाहरी इलाके में गिरफ्तार किया गया था।
दूसरी ओर, एक पुलिस अधिकारी की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक, विजय पर जानबूझकर ऐसी हरकतें करने का आरोप लगाया गया, जिसकी वजह से भीड़ में अफरा-तफरी फैल गई और इसी समय में 11 लोगों की मौत हो गई।
शिकायत में दावा किया गया कि विजय ने अपनी राजनीतिक ताकत को दिखाने के लिए भीड़ के बढ़ने का इंतजार किया। इसी वजह से वह रैली स्थल पर करीब 4 घंटे की देरी से पहुंचे। इस वजह से भीड़ बेकाबू हो गई। इसके अलावा विजय ने बिना अनुमति के रोड शो किया। अधिकारियों द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया और पार्टी कार्यकर्ताओं को जरूरत से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस विषय को लेकर पुलिस ने आरोप लगाया कि टीवीके नेताओं ने उनके द्वारा दी गई चेतावनियों को नजर अंदाज किया।





