ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशयोगी सरकार का बड़ा ऐलान: अब सीएम, मंत्री अपनी सैलरी से भरेंगे इनकम टैक्स

योगी सरकार का बड़ा ऐलान: अब सीएम, मंत्री अपनी सैलरी से भरेंगे इनकम टैक्स

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है कि अब राज्य के मुख्यमंत्री और मंत्री स्वयं ही अपना आयकर भरेंगे। बता दें कि उत्तर प्रदेश में लगभग चार दशक पुराना एक कानून...

योगी सरकार का बड़ा ऐलान: अब सीएम, मंत्री अपनी सैलरी से भरेंगे इनकम टैक्स
लखनऊ, लाइव हिन्दुस्तानSat, 14 Sep 2019 07:47 AM
ऐप पर पढ़ें

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है कि अब राज्य के मुख्यमंत्री और मंत्री स्वयं ही अपना आयकर भरेंगे। बता दें कि उत्तर प्रदेश में लगभग चार दशक पुराना एक कानून मंत्रियों के आयकर का भुगतान राजकोष से सुनिश्चित करता था।

उत्तर प्रदेश मंत्री वेतन, भत्ते एवं विविध कानून 1981 जब बना था, विश्वनाथ प्रताप सिंह राज्य के मुख्यमंत्री थे। इस कानून ने अब तक 19 मुख्यमंत्रियों और लगभग 1000 मंत्रियों को लाभ पहुंचाया है, हालांकि कुछ मंत्रियों का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है ।

भाषा के अनुसार, जब से कानून लागू हुआ, विभिन्न राजनीतिक दलों के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मुलायम सिंह यादव, मायावती, कल्याण सिंह, अखिलेश यादव, राम प्रकाश गुप्ता, राजनाथ सिंह, श्रीपति मिश्र, वीर बहादुर सिंह और नारायण दत्त तिवारी को इसका लाभ हुआ।

विश्वनाथ प्रताप सिंह के सहयोगी रहे कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि कानून पारित होते समय तत्कालीन मुख्यमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह ने विधानसभा में तर्क दिया था कि राज्य सरकार को आयकर का बोझ उठाना चाहिए क्योंकि अधिकांश मंत्री गरीब पृष्ठभूमि से हैं और उनकी आय कम है।

इस मामले के सामने आने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी एल पुनिया ने कहा था कि फैसला सही नहीं लगता। इस पर पुनर्विचार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अब वेतन कई गुना अधिक हो चुके हैं इसलिए इस रियायत की कोई प्रासंगिकता नहीं रह गयी है। इस कानून पर पुनर्विचार कर इसे समाप्त किया जाना चाहिए।

पूर्व वित्त मंत्री एवं बसपा नेता लालजी वर्मा सहित कई नेताओं को इस कानून की जानकारी नहीं है। उनका कहना है कि जहां तक उन्हें याद है, वह कर अदायगी करते रहे हैं। सपा के एक नेता ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी सुविधा की जानकारी नहीं है। वरिष्ठ सपा नेताओं से बात करने के बाद ही वह इस बारे में कुछ कह पाएंगे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें