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पाकिस्तान को क्यों गहरे जख्म दे रहा तालिबान, नमाज के बीच धमाका कर 46 को मारा; क्यों दुश्मनी

पेशावर में एक तालिबान आत्मघाती आतंकी ने मस्जिद के अंदर खुद को बम से उड़ा लिया। इस आतंकी हमले में 46 लोगों की मौत हो गई है। मस्जिद में हुए धमाके में मरने वालों सबसे ज्यादा संख्या पुलिस वालों की है।

पाकिस्तान को क्यों गहरे जख्म दे रहा तालिबान, नमाज के बीच धमाका कर 46 को मारा; क्यों दुश्मनी
Surya Prakashलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीMon, 30 Jan 2023 05:56 PM

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अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे का जश्न मनाने वाले पाकिस्तान का दोस्त रहा आतंकी संगठन अब उसका जानी दुश्मन बन गया है। हालात यह हैं कि तालिबान लगभग हर सप्ताह पाकिस्तान को आतंकी हमले के तौर पर कोई जख्म देता है। खासतौर पर खैबर पख्तूनख्वा में अकसर तालिबान आतंकी हमले करता रहा है, जिसका शिकार निर्दोष लोग होते हैं। एक बार फिर सोमवार को पेशावर में एक तालिबान आत्मघाती आतंकी ने मस्जिद के अंदर खुद को बम से उड़ा लिया। इस आतंकी हमले में 46 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस लाइन में बनी मस्जिद में हुए धमाके में मरने वालों सबसे ज्यादा संख्या पुलिस वालों की है। यह धमाका ऐसे वक्त में हुआ, जब मस्जिद नमाजियों से भरी हुई थी।

इस हमले में 100 से ज्यादा लोग जख्मी भी हुए हैं। इस खूंखार हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली है, जिसके आका अफगानिस्तान में रहे हैं। तालिबान के कमांडर रहे उमर खालिद खुरासानी के भाई ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली है। उन्होंने कहा कि यह हमला भाई की मौत का बदला है, जिसे बीते साल अगस्त में अफगानिस्तान में मार गिराया गया था। पाकिस्तानी तालिबान के नाम से चर्चित टीटीपी ने बीते कुछ सालों में कई आतंकी हमले किए हैं। खासतौर पर सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाते हुए ये हमले किए गए हैं। पेशावर के एसपी शाजाद कौकब ने कहा कि वह नमाज के लिए मस्जिद के अंदर घुसे ही थे कि धमाका हो गया। वह भाग्यशाली थे कि बच गए। 

इतना तेज था धमाका कि ढह गया मस्जिद का एक हिस्सा

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह धमाका इतना तेज था कि मस्जिद का एक हिस्सा ढह गया और बहुत से लोग उसके नीचे ही दब गए। आत्मघाती हमलावर के चार स्तरीय सुरक्षा वाली मस्जिद में घुसने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। पेशावर के एक अधिकारी के हवाले से डॉन ने बताया कि अब भी मलबे में पुलिस के जवानों के दबे होने की आशंका है, जिन्हें निकालने के लिए प्रयास जारी हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिस वक्त हमला हुआ, उस दौरान मस्जिद में करीब 300 से 400 पुलिसकर्मी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि यह चिंता की बात है कि सुरक्षा घेरा तोड़कर आतंकवादी मस्जिद में घुस गया।

जवाहिरी के मारे जाने के बाद और भड़का है तालिबान

दरअसल तालिबान लगातार पाकिस्तान पर अमेरिका और चीन जैसे देशों के इशारे पर काम करने के आरोप लगाता रहा है। अलकायदा के कमांडर अयमान अल जवाहिरी के अमेरिकी ड्रोन अटैक में मारे जाने के बाद तालिबान और पाक में तनाव और बढ़ा है। तालिबान आरोप लगाता रहा है कि पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल अमेरिका को करने दिया था और इसी के चलते जवाहिरी मारा गया। पाक पीएम शहबाज शरीफ ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि ऐसा करने वालों का इस्लाम से कोई ताल्लुक नहीं हो सकता। पाक के खैबर पख्तूनख्वा में पख्तूनों की अच्छी खासी आबादी है और वहां तालिबान की अच्छी पैठ रही है। 

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