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Caste Census: क्यों जाति जनगणना को ज्यादा तूल नहीं दे रही भाजपा, पार्टी गिना रही खामियां

Caste Census in Bihar: बिहार में जाति आधारित गणना के आंकड़ों के सामने आने के बाद विपक्षी खेमे से देश में जाति आधारित जनगणना की मांग उठने लगी है। ऐसे में भाजपा काफी संतुलन बनाकर चल रही है।

Caste Census: क्यों जाति जनगणना को ज्यादा तूल नहीं दे रही भाजपा, पार्टी गिना रही खामियां
Nisarg Dixitहिन्दुस्तान,नई दिल्लीTue, 03 Oct 2023 06:31 AM
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बिहार में जाति आधारित गणना को भाजपा ज्यादा तूल नहीं दे रही है। पूरे मुद्दे को बिहार तक सीमित करते हुए पार्टी के बिहार के नेताओं ने ही इस पर संतुलित प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने कहा कि वह जातीय गणना के खिलाफ नहीं है, लेकिन इसमें पिछले कुछ वर्षों में बदली हुई सामाजिक और आर्थिक वास्तविकताओं को नहीं दर्शाया गया है। भाजपा का मानना है कि इसमें कुछ भी नया नहीं है, जो आंकड़े माने जा रहे थे, वही सामने आए हैं।

बिहार में जाति आधारित गणना के आंकड़ों के सामने आने के बाद विपक्षी खेमे से देश में जाति आधारित जनगणना की मांग उठने लगी है। ऐसे में भाजपा काफी संतुलन बनाकर चल रही है। वह इस मुद्दे का न तो विरोध कर रही है और न ही खुलकर समर्थन। चूंकि यह आंकड़े बिहार के ही है, ऐसे में उसने बिहार के नेताओं को ही इस मोर्चे पर लगाया है। 

बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि उनकी पार्टी ने जाति आधारित गणना कराए जाने को अपना समर्थन दिया था। आज सार्वजनिक किए गए निष्कर्षों का अध्ययन करने के बाद ही भाजपा टिप्पणी करेगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न समुदायों की गणना के साथ-साथ यह भी सर्वेक्षण कराया जाना चाहिए था कि किसका उत्थान हुआ और किसका नहीं, इसको भी जारी किया जाना चाहिए था।

लोगों की आंख में धूल झोंकी
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी जातीय गणना की रिपोर्ट पर सवाल उठाया है। उन्होंने इन आंकड़ों को बिहार के लोगों की आंख में धूल झोंकने वाला बताया है। उन्होंने कहा है कि जातीय गणना के प्रकाशन के बजाय सरकार को यह बताना चाहिए था कि कितनों को रोजगार मिला, कितनों की गरीबी दूर हुई, कितने अमीर बने। यह सरकार की बेइमानी है। बिहार में हजारों जातियां हैं, उनमें से कुछ जातियों की रिपोर्ट ही सरकार ने पेश की है।

कांग्रेस-राजद की भूमिका नहीं
पूर्व उपमुख्यमंत्री व सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि वह अभी सभी आंकड़ों का अध्ययन कर रहे हैं। इसके बाद ही अपनी प्रतिक्रिया देंगे। उन्होंने कहा कि जब भाजपा राज्य में सरकार में शामिल थी, तभी जातीय गणना कराने का फैसला किया गया था। कांग्रेस व राजद की इसमें कोई भूमिका नहीं है।

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