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G20 समिट: जब मोदी से बात करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने खुद की पहल

जी20 देशों के नेताओं के बीच दूसरे दिन शिखर स्तर की वार्ता के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास बातचीत के लिए पहुंचे। शिखर सम्मेलन में भारत की तरफ से शेरपा अरविंद...

G20 समिट: जब मोदी से बात करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने खुद की पहल
एजेंसी,हैम्बर्गSat, 08 Jul 2017 07:50 PM
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जी20 देशों के नेताओं के बीच दूसरे दिन शिखर स्तर की वार्ता के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास बातचीत के लिए पहुंचे। शिखर सम्मेलन में भारत की तरफ से शेरपा अरविंद पनगढि़या ने दोनों नेताओं और अन्य की तस्वीरों के साथ संवाद के बारे में ट्वीट किया। यह संवाद जी20 शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन के सत्र की शुरूआत से पहले हुआ। पनगढि़या ने अपने ट्वीट में लिखा, 'जी20 शिखर सम्मेलन में संवाद के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री की ओर हाथ हिलाया, उनके पास आए। 

अन्य नेता वहां एकत्र हो गए। खूबसूरत लम्हा।' पनगढि़या सरकारी थिंक टैंक नीति आयोग के उपाध्यक्ष भी हैं। वह नेताओं के घोषणापत्र के लिए बातचीत में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। द्विपक्षीय बातचीत के अलावा मोदी की शिखर सम्मेलन में विभिन्न नेताओं के साथ संक्षिप्त बातचीत हुई। इसमें आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टीना लिगार्ड और जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल शामिल रहीं। 

अरविंद पनगढिया ने जी20 शिखर सम्मेलन में भारत की तरफ से निम्न मुद्दे रखे...

1. भारत के शेरपा ने कहा, जी 20 के घोषणापत्र पर बातचीत में कुछ मुद्दों पर मतभेद, अमेरिका तथा अन्य देशों में सरकार बदलने के कारण ज्यादा समय लगा।

2. व्यापार उदारवाद की जब बात हो तो जी20 घोषणापत्र बिना भेदभाव परस्पर बात कर सकता है।

3. जलवायु परिवर्तन पर अमेरिका का रख अन्य देशों से अलग बना हुआ है और वह इसमें जीवाश्म ईंधन को जोड़ना चाहता है।

4. वैश्विक वद्धि सुधार पर जी20 में व्यापक आम सहमति, घोषणापत्र में ढांचागत सुधारों पर ज्यादा जोर।

5. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष कोटा सुधारों को 2019 से अमल में लाने पर जी20 नेताओं में सहमति, वित्तीय मामलों में अंतरराष्ट्रीय कर सहयोग पर भी जोर दिया गया।

6. जी20 घोषणापत्र में आतंकवाद से लड़ने के मुद्दे पर संयुक्त बयान को एक परिशिष्ट के तौर पर शामिल किया गया लेकिन भारत ने इसे अलग वक्तव्य के रूप में जारी  करने पर जोर दिया।

7. जी20 शिखर सम्मेलन में  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूरोपीय नेताओं के साथ हुई सभी बातचीत में आतंकवाद से लड़ने के लिये उठाये जाने वाले कदमों पर विशेष जोर रहा।

8. अमेरिका के जलवायु परिवर्तन पर रख को लेकर शेरपा ने कहा कि इस मुद्दे पर देशों के बीच मतभेद थे लेकिन कोई भी अलग—थलग नही था, यद्यपि यूरोपीय देशों की स्थिति ज्यादा मजबूत थी।

9. पूरी तरह से स्वच्छ ईंधन की प्रक्रिया को अपनाने के लिये हमें और वक्त चाहिए, भारत अपने इस रख पर कायम रहा।

10. जी20 सम्मेलन में आतंकवाद से लड़ने के मुद्दे पर विचार-विमर्श के दौरान भारत का प्रमुख प्रभाव रहा और व्यापार एवं निवेश पर बातचीतों में उसने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।

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