जब संसद में जया बच्चन पर्यटन पर चार मिनट का ‘ट्रेलर’ भी पूरा नहीं कर सकीं, जानें पूरा मामला
मशहूर फिल्म अभिनेत्री व समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन शुक्रवार को राज्यसभा में एक चर्चा में हिस्सा लेने के लिए जब खड़ी हुईं तो उन्होंने कहा कि वह आज फीचर फिल्म नहीं बल्कि ट्रेलर पेश करेंगी,...
मशहूर फिल्म अभिनेत्री व समाजवादी पार्टी की सदस्य जया बच्चन शुक्रवार को राज्यसभा में एक चर्चा में हिस्सा लेने के लिए जब खड़ी हुईं तो उन्होंने कहा कि वह आज फीचर फिल्म नहीं बल्कि ट्रेलर पेश करेंगी, लेकिन समय की बाध्यता के चलते वह उसे भी पूरा नहीं कर सकीं। अलबत्ता, अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने अपनी बात पूरी करने से इनकार कर दिया।
दरअसल, उच्च सदन में पर्यटन मंत्रालय के कामकाज पर हो रही चर्चा में हिस्सा लेते हुए जया बच्चन ने अपने दल को कम समय आवंटित होने का उल्लेख करते हुए कहा, 'समय कम है...इसलिए मैं फीचर फिल्म नहीं, ट्रेलर पेश करूंगी। इसके बाद मुद्दे पर आते हुए उन्होंने कहा, जो भी धार्मिक और प्राचीन पर्यटल स्थल हैं, वह तो हमारे पूर्वज बनाकर गए हैं। हम उसी का फायदा उठाते हैं। हमने कौन सी नई चीज की है। हम ये जानना चाहते हैं।'
इसी बीच सत्ताधारी दल के एक सदस्य ने उन्हें टोका। जया बच्चन ने उस सदस्य से कहा कि वह मास्क उतारकर पूछेंगी तो उनका सवाल समझ सकेंगी। इस पर आसन पर विद्यमान पीठासीन सभापति एल हनुमंथैया ने कहा कि वह सदस्यों की टोकाटोकी पर ध्यान ना दें और अपनी बात रखें। उन्होंने जया बच्चन को यह याद दिलाया कि उन्हें अपनी बात रखने के लिए चार मिनट का समय आवंटित किया गया है।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए बच्चन ने कहा कि पर्यटन उद्योग को आगे बढ़ने के लिए सरकार से गहरे समर्थन और सहयोग की जरूरत है। अपनी बात रख रहीं सपा सदस्य जया बच्चन को जब आसन की ओर से उन्हें बोलने के लिए दिया गया समय पूरा होने की ओर ध्यान दिलाया गया तो अप्रसन्नता जताते हुए सपा सदस्य ने अपनी बात पूरी करने से इनकार कर दिया और बैठ गईं।
अप्रसन्नता जताई
इसी दौरान पीठासीन अध्यक्ष सस्मित पात्रा ने जया से कहा कि उन्हें दिया गया चार मिनट का समय खत्म हो गया है। उन्होंने हालांकि कहा कि सदस्य एक मिनट और बोल सकती हैं। इस पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए जया ने अपनी बात पूरी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कम समय की वजह से ही वह पिछले सत्र में भी अपनी बात नहीं रख पाई थीं। यह उचित नहीं है...यह बिल्कुल भी उचित नहीं है।