अडानी को घेर राहुल ने सेट कर दिया 24 का एजेंडा, सांसदी गई, अब सड़क पर बोलेंगे हल्ला
संसद से निलंबित होने के बाद राहुल गांधी शनिवार को पहली बार मीडिया के सामने आए। इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने अपने तेवरों से जाहिर कर दिया कि वह चुप नहीं बैठने वाले हैं।

संसद से निलंबित होने के बाद राहुल गांधी शनिवार को पहली बार मीडिया के सामने आए। इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल ने अपने तेवरों से जाहिर कर दिया कि वह चुप नहीं बैठने वाले हैं। वहीं, आगामी विधानसभा चुनावों और साल 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भी राहुल ने एजेंडा सेट कर दिया है। राहुल की बातों से स्पष्ट है कि वह अडानी के मुद्दे को लेकर सरकार को लगातार घेरते रहेंगे।
नरम नहीं पड़े तेवर
शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार अडाणी को लेकर दिए उनके बयान से डर गई है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मैंने अडानी के बारे में केवल एक सवाल ही पूछा था। राहुल की इस बात से अंदाजा लगाया जा रहा है कि भले ही संसद में न सही, लेकिन वह अडानी को लेकर सरकार से सवाल पूछते रहेंगे। इसके अलावा एक बार फिर राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी के बीच संबंधों को लेकर सवाल उठाए।
ऐसे उठा सकते हैं फायदा
अब सवाल उठता है कि राहुल गांधी अपने ऊपर हुई इस कार्रवाई से पैदा हुए माहौल का फायदा कैसे उठाएंगे? जैसा कि भाजपा भी अनुमान जाहिर कर चुकी है, पहले तो कर्नाटक विधानसभा चुनाव और फिर बाकी राज्यों के चुनावों में राहुल इसे एक इमोशनल दांव के रूप में आजमा सकते हैं। इसके अलावा वह आगामी लोकसभा चुनावों में भी भाजपा और प्रधानमंत्री के खिलाफ इस माहौल से फायदा उठाने की भरपूर कोशिश करेंगे।
क्या फिर सड़क पर उतरेंगे
इसके अलावा राहुल गांधी सड़क पर उतरने का विकल्प भी चुन सकते हैं। बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा लगातार सुर्खियों में रही थी। ऐसे में अब जबकि राहुल की सांसदी भी खत्म हो चुकी है, वह भारत जोड़ो यात्रा का दूसरा फेज शुरू करने पर भी विचार कर सकते हैं। गौरतलब है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के ऊपर हमलों की शुरुआत की थी।
पूछता रहूंगा सवाल
बता दें कि राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। मोदी जी का अडाणी के साथ क्या रिश्ता है, शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं, ये सवाल पूछता रहूंगा। इन लोगों से कोई डर नहीं लगता। ये सोचते हैं कि अयोग्य ठहराकर, डराकर, जेल में डालकर आवाज बंद करा सकते हैं, तो यह नहीं होगा, मेरे ऐसा इतिहास नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं, आगे भी लड़ता रहूंगा। मैं किसी चीज से नहीं डरता हूं। यह सच्चाई है।