दुनिया को फिर टेंशन में डालने वाला कोरोना का नया वर्जन क्या भारत पहुंच गया है? सरकार ने दिया यह जवाब
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी पूरी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। भारत सरकार भी लगातार बैठक कर...
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी पूरी स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। भारत सरकार भी लगातार बैठक कर रही है। इस बीच, नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल से साफ किया है कि ब्रिटेन वाला कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अभी तक भारत में सामने नहीं आया है।
नीति आयोग के मेंबर डॉ. वीके पॉल ने कहा, ''ब्रिटेन में देखा गया कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन या म्यूटेशन भारत में अब तक नहीं देखा गया है। चिंता करने और घबराने की कोई वजह नहीं है। हालांकि अब हमें सतर्क रहने की जरूरत है।'' वहीं, देश में बनाई जा रहीं कोरोना की विभिन्न वैक्सीन्स को लेकर पॉल ने कहा कि नए स्ट्रेन का अभी तक हमारे देश में विकसित हो रहे टीकों की क्षमता पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है। उन्होंने आगे कहा, ''ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने ट्रांसमिशिन की अपनी क्षमता में वृद्धि की है।''
There is no cause for concern, no need to panic, as for now We need to stay vigilant: Dr VK Paul, Member (Health), NITI Aayog on new strain of COVID19 in the United Kingdom https://t.co/lzOKokdNAQ
— ANI (@ANI) December 22, 2020
साढ़े 5 महीने बाद तीन लाख से कम एक्टिव केस
कोरोना वायरस को लेकर होने वाली स्वास्थ्य मंत्रालय की डेली प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि तकरीबन साढ़े पांच महीनों के बाद देश में एक्टिव मामलों की संख्या तीन लाख से कम हुई है। मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया, ''पिछले 7 हफ्तों में औसत दैनिक नए मामलों में कमी आई है।'' उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में 57 फीसदी नए मामले मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और केरल से सामने आए हैं। 61 फीसदी मौतें यूपी, छत्तीसगढ़, दिल्ली, केरल, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र से हुई हैं।''
70 फीसदी ज्यादा तेजी से फैलता है यह वायरस
ब्रिटेन में सामने आया कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन काफी खतरनाक है। यह नया स्ट्रेन पहले के वायरस की तुलना में 70 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है। इसी वजह से यूरोप के कई देशों ने ब्रिटेन के लिए 'दरवाजे' बंद कर दिए हैं। भारत ने भी सोमवार को ब्रिटेन से आने-जाने वाली फ्लाइट्स पर 31 दिसंबर तक के लिए रोक लगा दी है।