ज्वालामुखी पर पश्चिम बंगाल, नहीं बचा लोकतंत्र- बोले राज्यपाल जगदीप धनखड़
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने एक टीवी कार्यक्रम के दौरान कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र अंतिम सांस ले रहा है।उन्होंने कहा कि राज्य एक ज्वालामुखी पर बैठा हुआ है।
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पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ के बीच अकसर अनबन सामने आती रहती है। अब राज्यपाल धनखड़ ने कहा है कि राज्य में इससे पहले कभी लोकतंत्र इतना कमजोर नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि राज्य में एक तरह अराजकता है। पश्चिम बंगाल एक ज्वालामुखी पर है और बेहद गंभीर स्थिति में है। पश्चिम बंगाल में अब लोकतंत्र नहीं बचा है।
इंडिया टुडे के कार्यक्रम में बोलते हुए धनखड़ ने सिंडिकेट माफिया और चुनाव के बाद की हिंसा को लेकर भी कई बातें कहीं। उन्होंने कहा, 2018 से ही राज्य में सिंडिकेट माफिया वसूली करते हैं। इन लोगों ने कारोबार पर आधिपत्य जमा लिया है। चुनाव के बाद की हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट ने कमिटी बनाई थी जिसने बताया था कि बंगाल में स्थिति गंभीर है।
धनखड़ ने कहा, क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि वोट न देने पर लोगों को सजा दी जाएगी और रेप, मर्डर, लूट और वसूली जैसी घटनाएं होंगी। आखिर ऐसा कैसे हो सकता है। यहां न्यायपालिका के आदेशों को भी किनारे कर दिया जाता है। उन्होंने कहा, 13 से 15 मई के बीच मैंने पूरे राज्य का दौरा किया। मैंने देखा कि एक लड़की के आंसू नहीं रुक रहे थे क्योंकि उसके साथ रेप हुआ था। मैंने देखा कि घर लूट लिए गए थे। मैंने देखा कि लोगों के घरों को आग लगा दी गई थी।
ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, स्थिति यह है कि राज्य में लोकतंत्र अंतिम सांस ले रहा है। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी ये बातें सुन रही होंगी। हमें साथ में मिलकर काम करना है। मैं राजनीति का व्यक्ति नहीं हूं। मेरी जिम्मेदारी केवल संविधान की रक्षा करना है। मैं केवल संविधान के आदेश पर चलता हूं।