मौसम अपडेट: देहरादून से दार्जिलिंग तक टूटा सर्दी का रिकॉर्ड, माइनस में तापमान
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से उत्तराखंड के देहरादून तक शुक्रवार सर्दी का रिकॉर्ड टूटा। दार्जिलिंग और गंगटोक (सिक्किम) में जहां एक दशक बाद बर्फबारी हुई वहीं, देहरादून में तापमान ने एक दशक का रिकॉर्ड...
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग से उत्तराखंड के देहरादून तक शुक्रवार सर्दी का रिकॉर्ड टूटा। दार्जिलिंग और गंगटोक (सिक्किम) में जहां एक दशक बाद बर्फबारी हुई वहीं, देहरादून में तापमान ने एक दशक का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
दार्जिलिंग और आसपास के इलाकों में शुक्रवार को एक दशक बाद हिमपात हुआ। दार्जिलिंग में न्यूनतम तापमान माइनस 2 से माइनस 4 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। 14 फरवरी 2008 को दार्जिलिंग के बाहरी इलाके में बर्फबारी हुई थी। वहीं, उत्तराखंड के नई टिहरी, मुक्तेश्वर, पौड़ी, चंपावत का तापमान भी माइनस में रिकॉर्ड किया गया। गुरुवार रात पंतनगर का पारा -0.2 डिग्री रहा।
नाथु ला में फंसे पर्यटक
सिक्किम में गंगटोक, नाथु ला, त्सांगु झील और रावंगला के ऊपरी इलाकों में स्थित स्थानों पर भी बर्फबारी हुई। नाथु ला में कई पर्यटक फंसे हुए थे क्योंकि सड़क बर्फ से ढकी हुई है। रावणला शहर को 15 साल बाद बर्फ देखने को मिला।
मुनस्यारी में -4 पहुंचा पारा
उत्तराखंड के मुनस्यारी में न्यूनतम तापमान माइनस 4 डिग्री और पिथौरागढ़ में तापमान -2 डिग्री पहुंचने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस बीच, मुनस्यारी के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फीला तूफान आ गया। गनीमत रही कि यह उच्च हिमालयी क्षेत्र तक ही सीमित रह गया।
मुनस्यारी में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 8 डिग्री जबकि पिथौरागढ़ में 9.4 दर्ज किया गया। पिथौरागढ़ में गुरुवार को अधिकतम तापमान 17.4 दर्ज किया गया था। पिथौरागढ़ में शुक्रवार को पिछले तीन सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 24 घंटे राज्य के अधिकांश भागों में पाला पड़ने और मैदानी इलाकों में तीव्र शीतलहर चलने की चेतावनी दी है।
तीन सालों में सबसे सर्द
साल न्यूनतम तापमान अधिकतम तापमान
28 दिसंबर 2016 9 17.5
28 दिसंबर 2015 3.6 17.4
28 दिसंबर 2017 5.0 17.2
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
इन स्थानों पर बर्फीला तूफान
शुक्रवार सुबह करीब चार बजे उच्च हिमालयी क्षेत्र के पंचाचूली, राजरम्भा, हसलिंग, नन्दा देवी, त्रिशूल, छिपला केदार में बर्फीला तूफान आ गया। इससे लोगों में डर का माहौल पैदा हो गया।
बर्फीले तूफान को स्थानीय भाषा में हुर कहा जाता है। जब उच्च हिमालयी क्षेत्र में हवा चलती है, तो जमा बर्फ उड़ने लगती है। कभी-कभी यह विकराल रूप ले लेता है। इससे लोगों के लिए खतरा बना रहता है, लेकिन धूप खिलने के बाद यह तूफान शांत हो जाता है।
-बीरू बुग्याल, उच्च हिमालयी क्षेत्र विशेषज्ञ, मुनस्यारी
झारखंड: सर्द हवा से सिहरा
सर्द हवाओं ने झारखंड में कनकनी बढ़ा दी है। शुक्रवार को रांच समेत अधिकांश हिस्सों में लोग कनकनी से सिहर गए। दिन में खिली धूप भी बेअसर रही। सबसे ज्यादा ठंड डालटनगंज में महसूस की गई। यहां न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमाचल: मनाली की पहाड़ियां बर्फ से ढकीं
हिमाचल प्रदेश में मनाली और आसपास की पहाड़ियों पर शुक्रवार को काफी बर्फबारी हुई और ये सभी बर्फ से ढक गईं। शिमला में बर्फीली हवाओं के साथ हाड़ कंपा देने वाली ठंड है। यहां का न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मनाली का तापमान शून्य से 5.4 डिग्री नीचे दर्ज किया गया।
कारगिल जम्मू-कश्मीर में सबसे सर्द, डल झील जमीं
जम्मू कश्मीर में शीतलहर तेज होने के साथ ही कई हिस्सों में पारा शून्य से भी नीचे चला गया। कारगिल -16.2 डिग्री सेल्सियस के न्यूनतम तापमान के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा। घाटी और लद्दाख क्षेत्र में पारा और नीचे चले जाने से जलाशयों, प्रसिद्ध डल झील और कई रिहायशी क्षेत्रों की जलापूर्ति लाइनों में बर्फ जम गई। श्रीनगर में गुरुवार रात तीन दशक में दिसंबर की सबसे ठंडी रात रही। गुरुवार रात पारा 7.7 डिग्री सेल्सियस तक चला गया। इससे पहले सात दिसंबर, 1990 को शहर का न्यूनतम तापमान शून्य के नीचे 8.8 डिग्री सेल्सियस हो गया था।
कहां कितना तापमान
काजीगुंड -6.7
लेह -15.1
केलांग -11.4
कल्पा -6.0
चंबा -0.7
(न्यूनतम पारा डिग्री सेल्सियस में)
राजस्थान: फतेहपुर में -4.2 डिग्री पारा
देश के पहाड़ी हिस्सों में हुई बर्फबारी से राजस्थान में अजमेर, अलवर, भरतपुर, सीकर, टोंक, उदयपुर, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़, जोधपुर, चूरू, श्रीगंगानगर, पाली और बीकानेर शीतलहर की चपेट में हैं। सीकर के फतेहपुर में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे माइनस 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह खेतों में बर्फ की परतें देखी गई। चूरू में न्यूतम तापमान जमाव बिंदु पर 0.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।