ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News देशरेल किराये में वरिष्ठ नागरिकों को छूट खत्म करने पर नाराज वरुण गांधी, कहा- फैसला दुर्भाग्यपूर्ण

रेल किराये में वरिष्ठ नागरिकों को छूट खत्म करने पर नाराज वरुण गांधी, कहा- फैसला दुर्भाग्यपूर्ण

भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया है। रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट को खत्म किए जाने पर सवाल उठाते हुए वरुण गांधी ने केंद्र सरकार से सवाल किया।

रेल किराये में वरिष्ठ नागरिकों को छूट खत्म करने पर नाराज वरुण गांधी, कहा- फैसला दुर्भाग्यपूर्ण
Gaurav Kalaभाषा,नई दिल्लीFri, 22 Jul 2022 04:01 PM

इस खबर को सुनें

0:00
/
ऐप पर पढ़ें

भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया है। रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली छूट को खत्म किए जाने पर सवाल उठाते हुए वरुण गांधी ने केंद्र सरकार से सवाल किया। पूछा कि एक ओर जहां सांसदों को रेल किराये में रियायत मिल रही है, वहीं बुजुर्गों को दी जाने वाली इस छूट को ‘बोझ’ के तौर पर क्यों देखा जा रहा है। वरुण गांधी ने विमानों की आपात लैंडिंग पर भी सरकार की नीति को निशाने पर लिया।

भाजपा सांसद पिछले काफी वक्त से अपनी पार्टी की उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। उनके बयान कई बार पार्टी की मुश्किल भी खड़ी कर देते हैं। वरुण गांधी ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए विमानों की आपात लैंडिंग और रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट को समाप्त करने पर सवाल उठाए। 

डीजीसीए से अपील
तकनीकी खामियों के चलते बार-बार विमानों को आपात स्थिति में उतारे जाने की घटनाओं पर वरुण गांधी ने चिंता जताई। कहा कि जब घरेलू उड़ान सेवाओं के किराये की दरें लगभग दोगुनी हो गई हैं, तब भी ऐसी स्थिति चिंता पैदा करने वाली हैं। वरुण ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से कड़े कदम उठाने का आग्रह किया और पूछा कि क्या वह किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहा है। भाजपा नेता ने कहा कि पिछले दो महीने में 17 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुई हैं, जो 'बहुत चिंताजनक' है।

रेलवे का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण
वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायत खत्म करने के रेल मंत्रालय के फैसले को वरुण गांधी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया और सरकार से इस पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि अपने ही लोगों को उनके जीवन के इस मोड़ पर अकेला छोड़ देने का फैसला असंवेदनशील है।

बता दें कि हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद को सूचित किया था कि यात्रियों को रियायतें देने से रेलवे पर ‘भारी बोझ’ पड़ता है। उन्होंने सभी श्रेणियों में यह सुविधा बहाल करने से इनकार कर दिया था। महिला वरिष्ठ नागरिकों को सभी श्रेणी के रेल किराये में 50 प्रतिशत की छूट मिलती थी, जबकि पुरुषों और समलैंगिकों के मामले में यह रियायत 40 प्रतिशत थी। किसी महिला के लिए रियायत का लाभ उठाने की न्यूनतम आयु सीमा 58 साल, जबकि पुरुषों के लिए 60 वर्ष थी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें