डॉ. वर्गीज कुरियन की एक पहल ने बदल दी थी भारत की तस्वीर
देशभर में हर साल 26 नवंबर को नेशनल मिल्क डे मनाया जाता है। खास बात यह है कि इस दिन भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्मदिन होता है। डॉ. वर्गीज कुरियन ने भारत को दुनिया का सर्वाधिक...
देशभर में हर साल 26 नवंबर को नेशनल मिल्क डे मनाया जाता है। खास बात यह है कि इस दिन भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्मदिन होता है। डॉ. वर्गीज कुरियन ने भारत को दुनिया का सर्वाधिक दूध उत्पादक देश बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्म केरल के कोझिकोड में 26 नवंबर 1921 को हुआ था।
डॉ. वर्गीज कुरियन को भारत के ऑपरेशन फ्लड की वजह से जाना जाता है। कुरियन की अगुवाई में चले 'ऑपरेशन फ्लड' के बलबूते ही भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बना। बता दें कि भारत का ऑपरेश्न फ्लड दुनिया का सबसे बड़ा डेरी डवलमेंट प्रोग्राम था, जिसे भारत में दूध उत्पादन को बढ़ावा मिला। अगर जमीनी स्तर पर देखें तो कुरियन की ये उपलब्धि दूध का उत्पादन बढ़ाने से कहीं ज्यादा है।
ऑपरेशन फ्लड कार्यक्रम 1970 में शुरू हुआ था। ऑपरेशन फ्लड ने डेरी उद्योग से जुड़े किसानों को उनके विकास को स्वयं दिशा देने में सहायता दी, उनके संसाधनों का कंट्रोल उनके हाथों में दिया। राष्ट्रीय दुग्ध ग्रिड देश के दूध उत्पादकों को 700 से अधिक शहरों और नगरों के उपभोक्ताओं से जोड़ता है। उन्होंने ही अमूल की स्थापना की थी।
ऐसे हुआ था अमूल का जन्म-
देश को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने और किसानों की दशा सुधारने के लिए उन्होंने त्रिभुवन भाई पटेल के साथ मिलकर खेड़ा जिला सहकारी समिति शुरू की। साल 1949 में रियन ने गुजरात में दो गांवों को सदस्य बनाकर डेयरी सहकारिता संघ की स्थापना की थी। कुरियन दुनिया के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भैंस के दूध से पाउडर का निर्माण किया था। इससे पहले दूध कंपनी गाय के दूध से बने पाउडर का ही निर्माण करती थी।