पत्रकार गौरी लंकेश हत्या: राठौड़ ने की घटना की निंदा, राहुल बोले- दोषियों को मिले सजा
कैबिनेट मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने बेंगलुरू में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की निंदा की है और कहा कि वह पत्रकारों के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा का विरोध करते हैं। वहीं कांग्रेस...
कैबिनेट मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने बेंगलुरू में वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की निंदा की है और कहा कि वह पत्रकारों के खिलाफ किसी भी तरह की हिंसा का विरोध करते हैं। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी वरिष्ठ कन्नड़ पत्रकार की हत्या की निंदा की और कहा कि सच को कभी दबाया नहीं जा सकता।
केंद्रीय खेल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राठौड़ ने टवीट किया, 'बेंगलुरू से गौरी लोकेश की जन्य हत्या की खबर है। मैं पत्रकारों के खिलाफ हिंसा की निंदा करता हूं'।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'सच को कभी दबाया नहीं जा सकता। गौरी लंकेश हमारे दिलों में बसती हैं। मेरी संवेदनांए और प्यार उनके परिवार के साथ। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए'।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी महिला पत्रकार की हत्या पर शोक व्यक्त किया। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने टवीट किया, 'गौरी एक तर्कशील थीं जिन्हें गोलियों से शांत करा दिया गया। उनकी हत्या उन लोगों को चुप कराने का प्रयास है जो विपरीत विचार रखते हैं। दुभार्ग्यपूर्ण है।' केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पत्रकार की हत्या पर शोक व्यक्त किया है।
फेसबुक पोस्ट पर लिखी हत्या की बात
उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा, उनकी हत्या की खबर 'स्तब्ध' कर देने वाली है।
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथाला और केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट ने भी वरिष्ठ पत्रकार की हत्या पर शोक व्यक्त किया। वहीं दिल्ली में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया और विमन्स प्रेस क्लब (आई डब्ल्यू पी सी) ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पत्रकार की ह्तया को खतरनाक करार दिया।
हिंदुत्ववादी राजनीति के खिलाफ खुलकर विचार जाहिर करने वाली वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की राज राजेश्वरी इलाके में उनके आवास के प्रवेश द्वार पर अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
गौरी कन्नड़ टैबलॉयड गौरी लंकेश पत्रिके का संपादन करती थीं। इसके अलावा कुछ दूसरे प्रकाशन की भी मालकिन थीं।
व्यवस्था विरोधी रख के लिए विख्यात पत्रकार थीं गौरी लंकेश
अपने आवास के बाहर हत्या का शिकार हुईं गौरी लंकेश एक पत्रकार-कार्यकर्ता थीं जो व्यवस्था विरोधी, गरीब समर्थक और दलित समर्थक रख रखती थीं।
कन्नड़ पत्रकारिता में कुछ महिला संपादकों में शामिल गौरी प्रखर कार्यकर्ता थीं जो नक्सल समर्थक थीं और वामपंथी विचारों को खुले तौर पर प्रकट करती थीं।
वर्ष 1962 में जन्मीं गौरी कन्नड़ पत्रकार और कन्नड़ साप्ताहिक टैबलॉयड लंकेश पत्रिके के संस्थापक पी़ लंकेश की बेटी थीं।
उनकी बहन कविता और भाई इंद्रजीत लंकेश फिल्म और थियेटर हस्ती हैं। अपने भाई और पित्रिका के प्रोपराइटर तथा प्रकाशक इंद्रजीत से मतभेद के बाद उन्होंने लंकेश पत्रिका के संपादक पद को छोड़कर 2005 में के गौरी लंकेश पत्रिका की शुरूआत की थी।
बेंगलुरु: वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या
भाजपा सांसद प्रह्लाद जोशी और पार्टी पदाधिकारी उमेश दोषी द्वारा दायर मानहानि मामले में पिछले वर्ष हुबली के मजिस्ट्रेट की अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया था जिन्होंने 23 जनवरी 2008 को उनकी पत्रिका में प्रकाशित एक खबर पर आपत्ति जताई थी।
गौरी समाज की मुख्य धारा में लौटने के इच्छुक नक्सलियों के पुनर्वास के लिए काम कर चुकी थीं और राज्य में सिटीजंस इनिशिएटिव फॉर पीस (सीआईपी) की स्थापना करने वालों में शामिल रही थीं।