
पाकिस्तान हवाई क्षेत्र बंद होने से फंसे हजारों भारतीय छात्र
संक्षेप: पाकिस्तान की ओर से भारत जाने और आने वाली उड़ानों के लिए अपना एयर स्पेस बंद करने से हजारों भारतीय छात्र मध्य एशियाई देशों में फंस गए हैं। जून से वहां के उच्च शिक्षा संस्थानों में छुट्टियां शुरू हो जाती...
पाकिस्तान की ओर से भारत जाने और आने वाली उड़ानों के लिए अपना एयर स्पेस बंद करने से हजारों भारतीय छात्र मध्य एशियाई देशों में फंस गए हैं। जून से वहां के उच्च शिक्षा संस्थानों में छुट्टियां शुरू हो जाती है और भारतीय छात्र अपने घर आते हैं। लेकिन इस बार छात्रों के टिकट रद्द हो जा रहे हैं और नए टिकटों की दरें सामान्य से तीन से चार गुना तक महंगी पड़ रही हैं।
फरवरी में हुए पुलवामा हमले के जवाब में की गई एयर स्ट्राइक के बाद से ही पाकिस्तान ने अपने एयर स्पेस को बंद कर रखा है। किर्गिस्तान की राजधानी बिस्केक स्थित स्टेट मेडिकल अकादमी से एमबीबीएस कर रहे वाराणसी के रहने वाले नीलेश यादव ने हिन्दुस्तान को फोन पर बताया कि जून अंत में कॉलेज दो महीने के लिए बंद होता है। इस दौरान अपने घर जाने और लौटने के लिए सभी छात्र पहले से ही टिकट कराकर रखते हैं। इसकी लागत करीब 20 हजार रुपये आती है। नीलेश ने कहा, इस बार एयर अस्ताना और एयरलाइंस ने पाकिस्तान के एयरस्पेस बंद होने का हवाला देकर जून की लगभग सभी उड़ानें निरस्त कर दी हैं। अब भारत आने के लिए दुबई होते हुए आना होगा, इस रूट पर किराया 60 हजार रुपये से अधिक पड़ रहा है।
वहीं, एक अन्य भारतीय छात्र ने कहा कि यहां वही भारतीय छात्र पढ़ने आते हैं, जो भारत में निजी मेडिकल कॉलेजों की फीस नहीं भर सकते। ऐसे में अचानक 40-50 हजार का खर्च हमारा सारा बजट बिगाड़ देगा।
किर्गिस्तान में पढ़ रहे हैं 4000 भारतीय छात्र
किर्गिस्तान की स्टेट मेडिकल अकादमी में करीब 4000 भारतीय छात्र एमबीबीएस कर रहे हैं। वहां के अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी बड़ी तादाद में भारतीय छात्र हैं। किर्गिस्तान के अलावा कजाखस्तान और उज्बेकिस्तान में भारतीय छात्रों को इस तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।




