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पाकिस्तान में पल रहे इन आतंकवादी संगठनों से है भारत को बड़ा खतरा

आतंकवाद की पनाहगाह रहे पाकिस्तान में करीब 40 आतंकी संगठन सक्रिय हैं, जो हमेशा भारत के लिए खतरा बने रहे हैं। अगर आंकड़ों पर गौर करें, तो पता चलेगा कि अब तक हजारों निर्दोष लोगों की हत्या इन आतंकवादियों...

पाकिस्तान में पल रहे इन आतंकवादी संगठनों से है भारत को बड़ा खतरा
हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्ली।Wed, 24 Jul 2019 10:33 PM
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आतंकवाद की पनाहगाह रहे पाकिस्तान में करीब 40 आतंकी संगठन सक्रिय हैं, जो हमेशा भारत के लिए खतरा बने रहे हैं। अगर आंकड़ों पर गौर करें, तो पता चलेगा कि अब तक हजारों निर्दोष लोगों की हत्या इन आतंकवादियों ने अकारण ही कर दी। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के बारे में :- 
 

पाक की जमीं पर भारत के दुश्मन :-
1-जैश-ए- मोहम्मद :
इसकी स्थापना 2000 में मसूद अजहर ने की थी। पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठन है। इसे भारत में कई हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। 2002 में पाक सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाया था, तब इसका नाम ‘खुद्दाम-उल-इस्लाम​’ कर दिया। यह भारत के अलावा पश्चिमी देशों में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा जारी आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल है।

 

2- लश्कर-ए-तैयबा : यह दक्षिण एशिया के सबसे बड़े आतंकी संगठनों में से एक है। हाफिज सईद ने 1987 में अफगानिस्तान के कुनार प्रांत से शुरू किया था। वर्तमान में यह लाहौर से संचालित हो रहा है। पीओके कई आतंकी प्रशिक्षिण शिविर चला रहा है। भारत में कई बड़े हमलों में इस संगठन का हाथ रहा है। 2001 में अमेरिका, ब्रिटेन और भारत ने इसे आतंकी संगठन करार देते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया। 2005 में इस पर संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध लगा दिया। 

3- हिजबुल मुजाहिद्दीन : इस आतंकी संगठन का अप्रैल, 1990 में मुहम्मद एहसान डार ने गठन किया। जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों में इसका हाथ रहा है। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद जाकिर मूसा को हिजबुल का नया कमांडर बनाया गया है। इसे भारत, अमेरिका और यूरोपीय संघ ने आतंकी संगठन माना है। 
 

4- जमात-उद-दावा : हाफिज सईद ने 2008 में जमान-उद-दावा की शुरुआत की।  इस संगठन को हाफिज और पाक दोनों चैरिटेबल ट्रस्ट बताते हैं। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र इस पर प्रतिबंध लगा रखा है। 

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ये भी हैं भारत के लिए खतरनाक संगठन : 
अल कायदा, तहरीक-ए-तालिबान, हरकत-उल-मुजाहिदीन, हरकत-उल-अंसार, अल बद्र, जमात-उल-मुजाहिदीन, लश्कर-ए-जब्बार, हरकत उल जिहाद-अल-इस्लामी, तहरीक-उल-मुजाहिदीन, मुत्ताहिदा जिहाद काउंसिल, अल उम्र मुजाहिदीन, जम्मू कश्मीर इस्लामिक फ्रंट और दुख्तरान-ए-मिल्लत भी भारत की शांति के लिए खतरा बने हुए हैं। 

 

भारत में आतंकी हमले  : 
मुंबई हमला, जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर हमला, भारतीय संसद पर हमला, अक्षरधाम मंदिर हमला, उड़ी हमला हो या फिर पंजाब में पठानकोट स्थित वायुसेना के ठिकाने सबके पीछे पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादियों ने ही हमले किए।

 

भारत में 2014 से अब तक बड़े हमले :
-2014, दिसंबर : बारामूला के उरी सेक्टर के मोहरा में सैन्य रेजीमेंट पर आतंकी हमला। 12 जवान शहीद हुए। 
-17 अगतस्त, 2016 : ख्वाजा बाग अटैक - हिजबुल का श्रीनगर बारामूला हाईवे पर सैन्य काफिले पर हमला। इस हमले में 8 जवान शहीद हुए और कई घायल भी हुए थे। 
- 4 जून, 2015 : मणिपुर के चंदेल जिले में सेना के काफिले पर आतंकियों ने बारूदी सुरंग बिछा कर हमला किया। इनमें 18 जवान शहीद हुए थे। 
-2017, जुलाई : पंजाब के गुरुदासपुर में आर्मी ड्रेस पहनकर आतंकियों ने दीनानगर पुलिस स्टेशन पर हमला किया। 4 जवान और 3 लोग मारे गए। 
-2 जनवरी 2016 : जैश के 6 आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया। इसमें सात जवान शहीद हुए और 20 घायल हुए। मिशन छह दिन चला। 
-18 सितंबर 2016 : उड़ी में सेना के कैंप पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें 19 जवान शहीद हुए।
-11 जुलाई 2017 : अमरनाथ यात्रा पर जा रही बस पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया। सात श्रद्धालुओं की मौत हुई। बस में 56 यात्री सवार थे।
-26 जून 2016 : पंपोर के पास श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर सीआरपीएफ काफिले पर हमला। इसमें आठ जवान शहीद और 20 जख्मी हुए। 
31 दिसंबर 2017 : पुलवामा में सीआरपीएफ के ट्रैनिंग कैंप में 185वीं बटालियन पर हमला। पांच जवान शहीद हुए। 
- 14 फरवरी, 2019 : पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर जैश के आतंकियों ने हमला किया, जिसमें 44 जवान शहीद हो गए और 35 घायल हो गए थे। 

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