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सैन्य सुधार के लिए अब होगा थियेटर कमांड का गठन, जानें इससे तीनों सेनाओं में होगा क्या असर

सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति को एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया और कहा कि सैन्य सुधार की दिशा में अगला कदम एकीकृत थियेटर कमांड का गठन होगा। उन्होंने...

 सैन्य सुधार के लिए अब होगा थियेटर कमांड का गठन, जानें इससे तीनों सेनाओं में होगा क्या असर
एजेंसी , नई दिल्लीThu, 22 Oct 2020 09:55 AM
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सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति को एक महत्वपूर्ण कदम करार दिया और कहा कि सैन्य सुधार की दिशा में अगला कदम एकीकृत थियेटर कमांड का गठन होगा। उन्होंने कहा कि ऐसा करने का मकसद युद्ध और शांति के समय तीनों सेनाओं की क्षमताओं का संयुक्त रूप से इस्तेमाल करके युद्धक क्षमता को बढ़ाना है। 

जनरल नरवणे ने कहा कि वह तीनों सेनाओं के एकीकरण के भविष्य को लेकर काफी आशावान हैं। उन्होंने थियेटर कमांड के गठन को अपरिहार्य बताते हुए कहा कि इससे ना केवल तीनों सेनाओं का एकीकरण होने से तालमेल बढ़ेगा, बल्कि संसाधनों का भी उचित तरीके से इस्तेमाल किया जा सकेगा। हालांकि सेना प्रमुख ने यह भी माना कि थियेटर कमांड के गठन की प्रक्रिया सुनियोजित और गहन विचार विमर्श की पर आधारित होगी, इसलिए इसके साकार होने में अभी वक्त लगेगा। वे सिकंदराबाद स्थित कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस दौरान 13 लाख मजबूत सेना के मुखिया ने कहा कि हर किसी को एकता और राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को सबसे ज्यादा महत्व देते हुए कार्य करने की जरूरत है। 
 
सैनिकों से तैयार रहने की अपील: 
हैदराबाद में जनरल नरवणे ने बाइसन डिवीजन का भी दौरा किया और शीर्ष कमांडरों के साथ सुरक्षा और संचालन की तैयारियों पर चर्चा किया। इस दौरान उन्होंने सभी रैंक के सैनिकों से कठिन प्रशिक्षण जारी रखने और भविष्य में किसी भी चुनौती के लिए तैयार रहने की अपील की। उन्होंने बोइंग और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स की संयुक्त उद्यम सुविधा टाटा बोइंग एयरोस्पेस लिमिटेड (टीबीएएल) का भी दौरा किया।  

क्या है थियेटर कमांड: 
योजना के मुताबिक हर थियेटर कमांड में थल सेना, नौसेना और वायुसेना की इकाइयां होंगी, लेकिन सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में तीनों मिलकर एकीकृत सेना की तरह लड़ेंगी। थियेटर कमांड का नेतृत्व केवल ऑपरेशनल कमांडर के पास होता है। थियेटर कमांड का गठन देश की भौगोलिक और रणनीतिक क्षेत्र को देखते हुए किया जाता है। फिलहाल थल सेना, वायुसेना और नौसना के अपने अलग-अलग कमांड हैं। लेकिन जनरल नरवणे के बयान से साफ है कि सेना थियेटरीकरण योजना को अपनाने के लिए तैयार है।  

सीडीएस की देखरेख में बनी थियेटर योजना:  
केंद्र सरकार ने गत 31 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत को सीडीएस प्रमुख बनाया था ताकि तीनों सेनाओं के बीच तालमेल को बढ़ावा दिया जा सके। इसका मकसद भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों के लिहाज से सैन्य कमांड में सुधार करना भी है। यही वजह है कि थियेटरीकरण योजना को सीडीस जनरल बिपिन रावत की देखरेख में तैयार किया गया ताकि सेना की युद्धक क्षमता में इजाफा किया जा सके।    

वायुसेना की एयर डिफेंस कमांड : 
सीडीएस बिपिन रावत ने गत फरवरी में कहा था कि वायुसेना हवाई डिफेंस कमान की शुरुआत अगले साल तक गठन कर लेगी। 
 
नौसेना की प्रायद्वीपीय कमांड: 
सीडीएस रावत ने कहा कि नौसेना की पूर्वी और पश्चिमी कमांड को मिलाकर प्रायद्वीपीय कमांड का गठन करने का प्रस्ताव है। इसका गठन साल 2021 के अंत तक हो जाने की संभावना है।

 

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