7 से 29 दिसंबर तक चल सकता है संसद का शीतकालीन सत्र, पुराने भवन में होने की संभावना
सरकार का कहना है कि यह परियोजना नवंबर तक पूरी हो जाएगी और संसद का शीतकालीन सत्र नए भवन में होगा। हालांकि सूत्रों का कहना है कि संसद सत्र के पुराने भवन में ही होने की संभावना है।

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संसद का शीतकालीन सत्र दिसंबर के पहले सप्ताह में शुरू होने की संभावना है। शीतकालीन सत्र के पुराने भवन में ही शुरू होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि तारीखों के बारे में अंतिम फैसला संसदीय मामलों की कैबिनेट कमेटी करेगी। वहीं समाचार एजेंसी एएनआई ने शीर्ष सूत्रों के हवाले से लिखा है कि संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से 29 दिसंबर तक होने की संभावना है।
हाल ही में केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि नए संसद भवन के निर्माण की परियोजना पर काम तेज गति से आगे बढ़ रहा है। सरकार का कहना है कि यह परियोजना नवंबर तक पूरी हो जाएगी और संसद का शीतकालीन सत्र नए भवन में होगा। हालांकि सूत्रों का कहना है कि संसद सत्र के पुराने भवन में ही होने की संभावना है।
सरकार इस महीने के अंत या दिसंबर की शुरुआत में 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित लागत से बनने वाले नए भवन का प्रतीकात्मक उद्घाटन पर विचार कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिसंबर 2020 में नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। इसका निर्माण कार्य टाटा प्रोजक्ट्स लिमिटेड कर रहा है। सरकार ने पहले शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले नए भवन को पूरा करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन कुछ निर्माण कार्य निर्धारित समय से आगे बढ़ सकते हैं।
संसद का शीतकालीन सत्र आमतौर पर नवंबर के तीसरे सप्ताह से शुरू होता है और करीब 20 दिन तक चलता है। लेकिन ऐसे मौके आए हैं जब सत्र 2017 और 2018 के दौरान दिसंबर में आयोजित किया गया था। सूत्रों ने बताया कि इस बार सत्र दिसंबर के पहले सप्ताह में होने की संभावना है। गुजरात विधानसभा के चुनाव 1 और 5 दिसंबर को होंगे, जबकि गुजरात और हिमाचल प्रदेश दोनों के लिए मतगणना 8 दिसंबर को होगी।
