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राफेल डील: अदालत के फैसले से बिगड़ी कांग्रेस की चुनावी रणनीति

राफेल विमान(Rafale deal) सौदे पर सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) की मुहर से कांग्रेस(Congress) की रणनीति बिगड़ गई है। पार्टी अब इस मुद्दे पर सरकार को एकतरफा कटघरे में खड़ा नहीं कर पाएगी। इसके लिए पार्टी...

राफेल डील: अदालत के फैसले से बिगड़ी कांग्रेस की चुनावी रणनीति
सुहेल हामिद,नई दिल्लीSat, 15 Dec 2018 05:48 AM
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राफेल विमान(Rafale deal) सौदे पर सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) की मुहर से कांग्रेस(Congress) की रणनीति बिगड़ गई है। पार्टी अब इस मुद्दे पर सरकार को एकतरफा कटघरे में खड़ा नहीं कर पाएगी। इसके लिए पार्टी को नए सिरे से दलील और तर्क देने होंगे। वहीं, भाजपा सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर बेहद आसानी के साथ इस मुद्दे पर उलटे कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर सकती है।

रणनीतिकार मानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कांग्रेस राफेल पर धारणा की लड़ाई हार गई है। पिछले एक साल से विभिन्न मंचों पर इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस ने माहौल बनाने की कोशिश की थी। पार्टी इस मुद्दे को लोकसभा चुनाव तक बरकरार रखना चाहती थी, ताकि वह प्रचार के दौरान भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को कटघरे में खड़ा कर सके।

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम भले ही अभी राफेल की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग पर बरकरार हो, पर इस हकीकत से इनकार नहीं कर सकते कि अदालत ने सरकार को बड़ी राहत दी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देकर भाजपा व सरकार इस मुद्दे पर कांग्रेस के आरोपों को आसानी से खारिज कर सकती है।

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राफेल विमान सौदे पर कांग्रेस के साथ सवाल उठाने वाली सीपीएम के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि अब रणनीति में बदलाव करना होगा। उनके मुताबिक, कांग्रेस को भी अब राफेल को मुख्य मुद्दा बनाने के साथ आम आदमी से जुड़े दूसरे मुद्दों को तरजीह देनी चाहिए। उन्होंने साफ किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि कांग्रेस या विपक्ष राफेल को छोड़ दे, पर किसान की समस्या, बेरोजगारी और युवाओं से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता देनी चाहिए।

इस सबके बीच, कांग्रेस में कई नेताओं की राय अलग है। वह मानते है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से झटका लगा है, इससे मुद्दा खत्म नहीं हुआ है। उनकी दलील है कि अदालत ने कई मामलों में तत्कालीन यूपीए सरकार को क्लीनचिट दी थी, जिनको लेकर उस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। वह मानते हैं कि यह धारणा की लड़ाई है। उस वक्त विपक्ष लोगों को यह यकीन दिलाने में सफल रहा कि सरकार ने भ्रष्टाचार किया है। इसी तरह कांग्रेस को भी राफेल मामले को लगातार उठाते हुए लोगों को यकीन दिलाना होगा।

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