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अंधविश्वास: नोएडा की तरह अमरकंटक की यात्रा भी जिस नेता ने की उसकी छीनी सत्ता

धविश्वास के चक्कर में आम आदमी ही नहीं संवैधानिक पदों पर बैठे राजनेता और ब्यूरोक्रेट्स भी फंसे हैं। उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों में से एक नोएडा जहां कई बड़े-बड़े राजनेता आने से डरते हैं क्योंकि उन्हें डर...

अंधविश्वास: नोएडा की तरह अमरकंटक की यात्रा भी जिस नेता ने की उसकी छीनी सत्ता
लाइव हिन्दुस्तान टीम ,नई दिल्ली Mon, 15 May 2017 10:15 PM
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धविश्वास के चक्कर में आम आदमी ही नहीं संवैधानिक पदों पर बैठे राजनेता और ब्यूरोक्रेट्स भी फंसे हैं। उत्तर प्रदेश के बड़े शहरों में से एक नोएडा जहां कई बड़े-बड़े राजनेता आने से डरते हैं क्योंकि उन्हें डर सताता है की कही सत्ता उनके हांथ से चला न जाए। नोएडा के आलावा मध्यप्रदेश में भी एक शहर है अमरकंटक। यहां गौर करने वाली बात यह है कि अमरकंटक को लेकर राजनेताओं के बीच एक मिथक है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये माना जाता है कि जिस किसी राजनेता ने भी नर्मदा नदी को लांघा है, उसे अपनी सत्ता गंवानी पड़ी है।

अमरकंटक के बारे में कहा जाता है कि नर्मदा के उद्गम स्थल के आठ किमी के दायरे में जो भी हेलिकॉप्टर से आया, उसने सत्ता गंवाई. इलाके में चर्चा है कि इसी मिथक के चलते पीएम मोदी के लिए डिंडोरी जिले में अमरकंटक से आठ किमी की दूरी पर हेलीपेड बनाया गया है।

इन नेताओं जिन्होंने गंवाई कुर्सी

  • पूर्व उप राष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमरकंटक हेलिकॉप्टर से आए, लेकिन उसके बाद उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी।
  • एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा बाबरी मस्जिद ध्वंस से पहले हेलिकॉप्टर से अमरकंटक आए थे, लेकिन उसके बाद उन्हें भी कुर्सी गंवानी पड़ी।
  • एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए हेलिकॉप्टर से अमरकंटक आए थे, लेकिन उसके बाद उन्हें कांग्रेस पार्टी से अलग होकर नई पार्टी बनानी पड़ी।
  • मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सीएम रहते हुए 2004 में हेलिकॉप्टर से आई थीं। उसके बाद इन्हें भी कुर्सी गंवानी पड़ी। इसके बाद उमा भारती हमेशा सड़क मार्ग से अमरकंटक जाती हैं।

नोएडा से क्यों डरते हैं नेता 

  • नोएडा के बारे में ये माना जाता है कि 1988 में सीएम वीर बहादुर सिंह ने नोएडा आने के बाद ही अपनी कुर्सी खो दी थी।
  • 1989 में नारायण दत्त तिवारी और 1999 में कल्याण सिंह की कुर्सी भी नोएडा आने से चली गई थी ऐसा माना जाता है।
  • 1995 के साल में मुलायम सिंह के साथ भी ऐसा हादसा हो चुका है जब वे नोएडा आए थे और कुछ दिन बाद ही उनकी सीएम की कुर्सी चली गई।
  • लैपटॉप वितरण के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गाजियाबाद गये लेकिन नोएडा नहीं पहुंचे थे।
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