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कोरोना से आएंगे बदलाव, पैदल चलने और साइकिल चलाने की बढ़ेगी आदत

कोविड-19 भले हम सबों के लिए चिंता का सबब बना है, लेकिन यह हमारे जीवन में कुछ अच्छे बदलाव भी लाने वाला है। पर्यावरण के लिए काम करने वाली संस्था विज्ञान एवं पर्यावरण केन्द्र (सीएसई) के अध्ययन के...

कोरोना से आएंगे बदलाव, पैदल चलने और साइकिल चलाने की बढ़ेगी आदत
नई दिल्ली, संजय कुशवाहाSat, 06 Jun 2020 05:33 AM
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कोविड-19 भले हम सबों के लिए चिंता का सबब बना है, लेकिन यह हमारे जीवन में कुछ अच्छे बदलाव भी लाने वाला है। पर्यावरण के लिए काम करने वाली संस्था विज्ञान एवं पर्यावरण केन्द्र (सीएसई) के अध्ययन के मुताबिक, महामारी के बाद पांच किलोमीटर से कम की दूरी को पैदल या साइकिल के जरिए तय करने वालों की संख्या 43 फीसदी तक होने की संभावना है। यही नहीं, छोटी दूरी के लिए कार या बस का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में भी कमी आएगी।

संस्था ने गूगल मोबिलिटी डाटा के विश्लेषण और लोगों के बीच सर्वे के आधार पर ये निष्कर्ष निकाले हैं। विज्ञान एवं पर्यावरण केन्द्र का आकलन है कि महामारी का जोर समाप्त होने के बाद भी लोगों में सामाजिक दूरी बनाने की आदत बनी रहेगी। लोग ज्यादा भीड़-भाड़ वाले सफर से बचने की कोशिश करेंगे। सीएसई के मुताबिक, कम दूरी के लिए फिलहाल 14 फीसदी लोग ही साइकिल चलाना या पैदल जाना पसंद करते हैं, लेकिन संख्या बढ़कर 43 फीसदी होने की पूरी संभावना है।

कार से यात्रा करने वालों कम होंगे

छोटी दूरी की यात्राओं के लिए कार के इस्तेमाल की प्रवृत्ति में भी गिरावट की संभावना है। अध्ययन के मुताबिक, पांच किलोमीटर की दूरी के लिए फिलहाल 23 फीसदी लोग कार का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन बीमारी के बाद इसमें गिरावट होगी और 16 फीसदी लोग ही कार का इस्तेमाल करना पसंद करेंगे।

बीमारी के चलते मध्यम वर्ग के अंदर भी यह समझ बढ़ती जा रही है कि पैदल चलना या साइकिल चलाना सबसे ज्यादा संपर्क मुक्त परिवहन है। इसके जरिए सामाजिक दूरी बनाई रखी जा सकती है। महामारी के बाद छोटी दूरी की यात्राओं के लिए लोगों में पैदल चलने या साइकिल चलाने की प्रवृत्ति में खासा इजाफा होगा। 
-अनुमिता रायचौधरी, कार्यकारी निदेशक (शोध व सुझाव), सीएसई

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